- 14/10/2025
BJP नेता की नक्सलियों ने की हत्या, पर्चा जारी कर कहा…; 6 दिन के भीतर 3 को उतारा मौत के घाट

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में माओवादियों का खौफ एक बार फिर बढ़ गया है। सोमवार (13 अक्टूबर) रात को नक्सलियों ने BJP कार्यकर्ता सत्यम पुनेम की रस्सी से गला घोंटकर निर्मम हत्या कर दी। मृतक मुजालकांकेर का रहने वाला था और इलमिडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत यह घटना हुई। नक्सलियों ने हत्या के बाद घटनास्थल पर पर्चा छोड़कर पुनेम पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया, जिसमें दावा किया गया कि वह तीन बार चेतावनी के बावजूद पुलिस को नक्सली गतिविधियों की सूचना देता रहा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, माओवादी संगठन की मड्डेड एरिया कमेटी ने यह पर्चा छोड़ा है। शव मिलने की सूचना पर इलमिडी थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। बीजापुर एसपी ने बताया कि घटना को गंभीरता से लिया गया है और सुरक्षा बलों ने इलमिडी-मड्डेड के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रखा है। यह हत्या 2025 में बस्तर संभाग के सात जिलों में नक्सली हिंसा से मरने वालों की संख्या को 40 के करीब पहुंचा चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
सत्यम पुनेम (उम्र अज्ञात) मंडल स्तर पर BJP का सक्रिय कार्यकर्ता था। रात करीब 12 बजे 4-5 नक्सली सादे कपड़ों में उसके घर पहुंचे, उसे बाहर निकाला और रस्सी से गला घोंटकर मार डाला। पर्चे में लिखा था कि पुनेम पुलिस को नक्सलियों की गतिविधियों और कैडरों की हलचल की जानकारी देता था, जिसके लिए उसे कई बार चेतावनी दी गई थी। पुलिस का मानना है कि यह टारगेटेड किलिंग थी, जिसका उद्देश्य ग्रामीणों में भय पैदा करना है।
6 दिनों में तीसरी हत्या: नक्सलियों का सिलसिला
यह घटना बीजापुर में पिछले 6 दिनों में नक्सलियों द्वारा की गई तीसरी हत्या है। इससे पहले दो ग्रामीणों को भी मुखबिरी के शक में मार दिया गया था।
- पहली घटना (9 अक्टूबर): पामेड़ थाना क्षेत्र के उड़तामल्ला गांव में नक्सलियों ने ग्रामीण कुमार पोडियम की गोली मारकर हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक, सशस्त्र नक्सली गांव पहुंचे, कुमार को घर से बाहर बुलाया और उसे पुलिस मुखबिर बताते हुए गोली मार दी। घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई।
- दूसरी घटना (11 अक्टूबर): उसूर थाना क्षेत्र के कमलापुर गांव में देर रात नक्सलियों का जत्था पहुंचा और ग्रामीण गुड्डू सोड़ी को घर से बाहर निकालकर धारदार हथियारों से हमला कर मार डाला। इस वारदात ने भी इलाके में भय का माहौल बना दिया।
इससे पहले 28 सितंबर को भी एक हत्या
बीजापुर में नक्सली हिंसा का सिलसिला यहीं नहीं रुका। 28 सितंबर को मनकेली पटेलपारा के 27 वर्षीय युवक सुरेश कोरसा को नक्सलियों ने अगवा कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए मार डाला था। यह घटना भी मुखबिरी के आरोप पर आधारित थी।
25 सालों में 1820 से ज्यादा हत्याएं: बस्तर का काला अध्याय
छत्तीसगढ़ राज्य गठन (2000) के बाद से बस्तर के विभिन्न जिलों में नक्सलियों ने 1820 से अधिक लोगों की हत्या की है। इनमें आम नागरिक, जनप्रतिनिधि और BJP जैसे राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल हैं। सबसे अधिक हत्याएं बीजापुर जिले में ही हुई हैं, जहां नक्सली गतिविधियां सबसे तीव्र हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, बस्तर में 2000 से अब तक 3,366 एनकाउंटर हो चुके हैं, जिनमें 1,500 से अधिक नक्सली मारे गए, जबकि 1,324 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए। हाल के वर्षों में सुरक्षा बलों ने नक्सलियों पर कड़ा प्रहार किया है, लेकिन नागरिक हत्याओं का सिलसिला जारी है।
प्रशासन का रुख: सर्च ऑपरेशन तेज, नक्सलमुक्त भारत का संकल्प
बीजापुर पुलिस और सुरक्षा बलों ने इन घटनाओं के बाद इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है।