• 11/01/2025

CGPSC घोटाला: CBI ने की दो और बड़ी गिरफ्तारी, कोर्ट से मिली रिमांड.. अब उगलेंगे राज

CGPSC घोटाला: CBI ने की दो और बड़ी गिरफ्तारी, कोर्ट से मिली रिमांड.. अब उगलेंगे राज

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छत्तीसगढ़ पीएससी (CG PSC) घोटाले के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की टीम ने अब सीजी पीएससी के पूर्व चेयरमैन के भतीजे नीतेश सोनवानी और पूर्व डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गनवीर को गिरफ्तार किया है। दोनों को आज सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने पूछताछ के लिए दोनों आरोपियों को 2 दिन की रिमांड पर सीबीआई को सौंप दिया है।

नितेश सोनवानी पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के भतीजे हैं और डिप्टी कलेक्टर पर उनका चयन हुआ था। टामन सिंह सोनवानी पर भतीजे के अलावा बहु और बेटी का गलत तरीके से पीएससी में चयन करने का आरोप लगा था।

इससे पहले सीबीआई ने पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी, बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल और एग्जाम कंट्रोलर रहीं आरती वासनिक को गिरफ्तार किया था।

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की पूर्व सरकार के दौरान सीजीपीएससी की भर्ती के नाम पर भ्रष्टाचार और बड़ी गड़बड़ियों का मामला सामने आया था। जिसमें पीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी पर उनके पुत्र, बहु और बेटी के अलावा अफसरों-नेताओं के करीबियों और रिश्तेदारों के बच्चों का चयन करने का आरोप लगा था।

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विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा बना था। बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि सरकार बनने पर इसकी सीबीआई जांच कराई जाएगी। बाद में विधानसभा में भी सीजीपीएससी में हुई गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का मामला सदन में गूंजा था। इस दौरान सरकार ने जांच की बात कही थी।

मामले में अब तक दो एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। पहली एफआईआर बालोद जिला के अर्जुंदा थाना में दर्ज किया गया था। एफआईआर में सीजीपीएससी की भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव, परीक्षा नियंत्रक और अन्य अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। वहीं इस मामले में ईओडब्ल्यू ने भी केस दर्ज किया है। बाद में विष्णुदेव सरकार ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।