- 29/04/2025
तीन बार ‘अल्लाहु अकबर’ के लगे नारे; फिर आतंकियों ने शुरू की फायरिंग, पहलगाम हमले का Video बनाने वाले का खुलासा


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिसमें कई पर्यटक शामिल थे। अब इस घटना का एक दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसे अहमदाबाद के पर्यटक ऋषि भट्ट ने अपनी जिपलाइनिंग के दौरान रिकॉर्ड किया था। वीडियो में गोलियों की आवाज और आतंकियों की क्रूरता साफ दिखाई दे रही है। ऋषि ने खुलासा किया है कि जिपलाइन ऑपरेटर ने तीन बार ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाया, जिसके तुरंत बाद फायरिंग शुरू हो गई।
वीडियो में कैद हुआ हमले का खौफनाक मंजर
ऋषि भट्ट अपने परिवार के साथ पहलगाम की बैसरन घाटी में जिपलाइनिंग का आनंद ले रहे थे, जब दोपहर करीब 1:28 बजे आतंकियों ने अचानक हमला बोल दिया। 53 सेकंड के इस वायरल वीडियो में गोलियों की तड़तड़ाहट और पर्यटकों की चीख-पुकार सुनाई दे रही है। वीडियो की शुरुआत में जिपलाइन ऑपरेटर ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाता है और फिर ऋषि को सवारी के लिए छोड़ देता है। इसके कुछ ही सेकंड बाद फायरिंग शुरू हो जाती है। ऋषि ने बताया कि उन्हें शुरू में अंदाजा नहीं था कि नीचे क्या हो रहा है, लेकिन जिपलाइन के अंत में उनकी पत्नी ने उन्हें हमले की भयावहता के बारे में बताया।
आतंकियों ने धर्म पूछकर चलाई गोलियां
ऋषि भट्ट ने बताया कि 4-5 आतंकी भारतीय सेना की वर्दी में थे और उन्होंने चेहरा ढक रखा था। वे पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर गोली मार रहे थे। ऋषि के मुताबिक, उनके सामने ही 17-18 लोगों को गोली मारी गई। एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि आतंकियों ने पुरुषों को हिंदू और मुस्लिम में अलग करने को कहा और फिर हिंदू पुरुषों पर गोलियां बरसाईं। कुछ महिलाओं ने अपनी धार्मिक पहचान छिपाने के लिए बिंदी हटा दी और ‘अल्लाहु अकबर’ कहना शुरू किया, लेकिन आतंकियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा।
जिपलाइन ऑपरेटर पर उठे सवाल
ऋषि भट्ट ने जिपलाइन ऑपरेटर के व्यवहार पर संदेह जताया है। उन्होंने कहा कि हमले के दौरान ऑपरेटर ने न तो पर्यटकों को चेतावनी दी और न ही उनकी मदद की। इसके बजाय, उसने ‘अल्लाहु अकबर’ का नारा लगाया, जिसके बाद फायरिंग शुरू हुई। ऋषि ने आशंका जताई कि ऑपरेटर और उसका साथी हमले में शामिल हो सकते हैं। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने इस वीडियो के आधार पर जिपलाइन ऑपरेटर को हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ शुरू कर दी है।
जांच में नए खुलासे
एनआईए और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त जांच में पता चला है कि हमले में 15 स्थानीय लोगों ने आतंकियों की मदद की थी। इनमें से तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जो हमले के दिन घटनास्थल के आसपास मौजूद थे। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से पता चला कि इन लोगों ने आतंकियों को हथियार और रसद पहुंचाने में सहायता की। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि हमले की साजिश कैसे रची गई थी।
देश में गुस्सा, सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग
पहलगाम हमले के बाद देशभर में गुस्सा भड़क उठा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने लोगों का आक्रोश और बढ़ा दिया है। कई लोग सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख की प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बाद भारत की ओर से बड़ी कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं।
ऋषि भट्ट की किस्मत ने दिया साथ
ऋषि भट्ट और उनका परिवार इस हमले में बाल-बाल बचे। जिपलाइन की ऊंचाई पर होने के कारण वे आतंकियों के सीधे निशाने से बच गए। हमले के दौरान उन्होंने 15 फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई और अपने परिवार के साथ सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए। ऋषि ने कहा, “मैं मस्ती में वीडियो बना रहा था, मुझे नहीं पता था कि नीचे मौत का तांडव मच रहा है।”