- 01/01/2023
CM भूपेश बघेल की नए वर्ष की सुबह हुई मजदूरों के साथ, खिलाई मिठाई और दी कई महत्वपूर्ण सौगातें
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सवेरे नववर्ष के प्रथम दिन राजधानी रायपुर के चावड़ी के मेहनतकश मजदूर भाई-बहनों के साथ हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी नववर्ष का अभिनंदन किया। इस मौके पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने गांधी मैदान में स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरूआत राज्यगीत से हुई।
मुख्यमंत्री बघेल ने श्रमवीर भाई-बहनों को मिठाई खिलाकर और कंबल भेंट कर उनके साथ नए वर्ष की खुशियां बांटी। श्री बघेल ने इस अवसर पर श्रमवीरों सहित समस्त प्रदेश वासियों को को नए वर्ष की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे हर किसी के जीवन में उजियारा आ सकता है और छत्तीसगढ़ में गरीब वर्ग के बच्चे भी अब आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में एडमिशन ले कर अपने सपनों को साकार करने की दिशा में बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने श्रमिकों के लिए कई योजनाएं संचालित की हैं जिसका लाभ सभी श्रमिक साथी उठाते हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर श्रमिकों के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए श्रमवीरों को योजनाओं के अंतर्गत नई सौगातें देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने श्रमवीरों को गरमा-गरम भोजन उपलब्ध कराने के लिए संचालित शहीद वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना केंद्र में पहुंचकर वहां श्रमिक भाई-बहनों के साथ चर्चा की और सुबह की चाय पी। इस मौके पर रायपुर नगर निगम के महापौर श्री एजाज ढेबर, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे और छत्तीसगढ़ भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि जब से मैं मुख्यमंत्री बना हूं, चावड़ी में आकर मजदूर भाई-बहनों के साथ नए साल की शुरुआत करता हूं। मुख्यमंत्री ने श्रम वीरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सभी लोगों का सम्मान करके आज मुझे महसूस हो रहा है कि हम गांधी जी के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।
दी ये सौगातें
- श्रमिक सहायता योजना की राशि को 10 से बढ़ाकर 20 हजार करने की घोषणा करता हूं
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए श्रमिकों के बच्चों को निशुल्क कोचिंग देने की घोषणा
- चौथी पाँचवी के बच्चों को सैनिक स्कूल, नवोदय में प्रवेश के लिए भी कोचिंग और आधारभूत प्रशिक्षण की घोषणा
- मुख्यमंत्री ने श्रमवीरों को श्रमिक सियाँन योजना के तहत 10-10 हज़ार रुपए की सहायता वितरित की
- निर्माण श्रमिक उत्कृष्ट खेल के लिए श्रमिकों के बच्चों को 50-50 हज़ार रुपए की सहायता राशि प्रदान की