- 30/05/2025
हनी ट्रैप में फंसा डिफेंस का इंजीनियर, PAK को भेजी नौसेना की संवेदनशील सीक्रेट


महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने एक हाई-प्रोफाइल जासूसी मामले का पर्दाफाश किया है। एक निजी रक्षा कंपनी में जूनियर सर्विस इंजीनियर के रूप में कार्यरत 27 वर्षीय रवि वर्मा को हनी ट्रैप में फंसाकर भारतीय नौसेना की संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को लीक करने के आरोप में पकड़ा गया है।
जांच में खुलासा हुआ कि नवंबर 2024 में रवि वर्मा का फेसबुक पर प्रीति जायसवाल नाम की एक महिला से संपर्क हुआ। इसके बाद वॉट्सएप पर बातचीत शुरू हुई, जहां महिला ने वर्मा से दोस्ती कर उसकी नौकरी और कार्यस्थल की जानकारी हासिल की। महिला और एक अज्ञात व्यक्ति, जिसे ‘सर’ कहा गया, ने वर्मा को गोपनीय जानकारी साझा करने के लिए उकसाया। नवंबर 2024 से मार्च 2025 तक वर्मा ने मुंबई के प्रतिबंधित नौसेना डॉकयार्ड में तैनात भारतीय नौसेना के जहाजों और नौकाओं के नाम व स्थान जैसी संवेदनशील जानकारी लीक की।
ATS को मिली थी खुफिया जानकारी
ATS को रवि वर्मा की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद जांच शुरू की गई। पता चला कि वर्मा दो पाकिस्तानी खुफिया संचालकों के साथ वॉट्सएप के जरिए सीधे संपर्क में था। पूछताछ में वर्मा ने अपनी गलती कबूल की, जिसके बाद उसके, प्रीति जायसवाल और ‘सर’ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
ATS ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़ी जानकारी लीक करना गंभीर अपराध है, और ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला हनी ट्रैप के जरिए जासूसी के खतरनाक तरीकों को उजागर करता है, जो देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।