• 30/09/2022

दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं लड़ने का किया ऐलान, मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष

दिग्विजय सिंह चुनाव नहीं लड़ने का किया ऐलान, मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष

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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव दिनोंदिन बड़ा दिलचस्प होते जा रहा है. कांग्रेस हाईकमान के चहेते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के रेस से बाहर होने के बाद दिग्विजय सिंह का नाम कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में चल रहा था. लेकिन एक बार फिर कांग्रेस का यह चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल गया है. जहां अभी तक यह कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह होंगे, वहीं दूसरी तरफ आज शुक्रवार को नामांकन के दिन दिग्विजय सिंह ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान कर दिया है.

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने घोषणा की कि वह पार्टी अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे, सहयोगी मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन का प्रस्ताव करेंगे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि  वे (मल्लिकार्जुन खड़गे) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है और मैं उनका काफी आदर भी करता हूं इसलिए मैंने तय किया है कि मैं उनका (नामांकन भरने में) समर्थन करुंगा.

इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. इस दौरान प्रमोद तिवारी ने बताया कि वे भी कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खडगे के प्रस्तावक बनेंगे. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि  BJP अपनी आंख खोलो और देखो की कांग्रेस में चुनाव होता है आपके यहां नहीं होता…दिग्विजय सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने निर्णय लिया है कि वे खड़गे जी के प्रस्तावक बनेंगे. उनको मैं प्रणाम करता हूं. गांधी परिवार ने इस चुनाव में कुछ दखल नहीं दिया.

वहीं दूसरी तरफ अशोक गहलोत के चुनाव के रेस से बाहर होने के बाद ऐसे कयास लगाया जा रहा था कि वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं. उन्होंने गुरुवार को कांग्रेस कार्यालय से नामांकन पत्र भी लिया था. दिग्विजय आज शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाले थे लेकिन उससे पहले उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया. ऐसे अब यह माना जा रहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ और गांधी परिवार के सबसे करीबी मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकते हैं.

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का शुक्रवार आखिरी दिन है. इस पद के लिए मलिकार्जुन खड़गे की एंट्री होते ही दिग्विजय सिंह ने अपनी दावेदारी वापस ले ली है. पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे थोड़ी देर बाद अपना नामांकन दाखिल करेंगे. खड़गे के नामांकन में अशोक गहलोत ने भी प्रस्तावक बनने की बात कही है.

खड़गे, UPA की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. गांधी परिवार के भरोसेमंद खड़गे का नाम पहले भी चर्चा में था. खड़गे गांधी परिवार के करीबी हैं. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अब मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला होने की संभावना है. खड़गे के नाम के प्रस्ताव को लेकर जिस तरीके से कांग्रेसी नेता आगे आए हैं उसके बाद उनकी जीत तय नजर आ रही है.

मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार के भरोसेमंद माने जाते हैं, जिसको लेकर समय-समय पर उन्हें पार्टी की ओर से वफादारी का इनाम भी मिलता रहा है. 2014 में खड़गे को लोकसभा में पार्टी का नेता बनाया गया. लोकसभा चुनाव 2019 में हार के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 2020 में राज्यसभा भेज दिया. पिछले साल गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष बना दिया.

बता दें कि नामों से पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम सबसे आगे चल रहा था. वह गांधी परिवार के काफी करीबी और भरोसेमंद नेता माने जाते थे, लेकिन बीते रोज राजस्थान की सियासत में जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ उसको लेकर गांधी परिवार और कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अशोक गहलोत से नाराजगी जताई. जिसके बाद से अशोक गहलोत इस चुनाव से बाहर हो गए. वहीं बीते रोज अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने सोनिया गांधी से लिखित रूप से माफी मांगी और चुनाव ना लड़ने की बात कही. ऐसे में अब यह भी देखना होगा कि की अशोक गहलोत राजस्थान के सीएम के पद पर बने रहते हैं या नहीं.

गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से आरम्भ हुई, जो 30 सितंबर तक चलेगी. नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 8 अक्तूबर है. एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्तूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्तूबर को घोषित किए जाएंगे.