- 13/11/2024
ED: पूर्व CM भूपेश बघेल के करीबी के खिलाफ ED ने दर्ज किया अपराध, शैल कंपनियां.. 450 करोड़ का निवेश.. ठगी-धोखाधड़ी का जाल, जानें पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी और तांत्रिक केके श्रीवास्तव के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लान्ड्रिंग के मामले में अपराध दर्ज किया है। रायपुर पुलिस की पत्र के बाद ईडी ने श्रीवास्तव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
दरअसल केके श्रीवास्तव के खिलाफ रायपुर के तेलीबांधा थाना में एक कारोबारी को 500 करोड़ का ठेका दिलाने के नाम पर 15 करोड़ रुपये की ठगी करने का अपराध दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि श्रीवास्तव ने दिल्ली-मुंबई सहित कुछ अन्य शहरों में फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो और स्विगी में काम करने वाले युवाओं के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक खाता खुलवाया था।
शैल कंपनियों के जरिए निवेश
रायपुर पुलिस द्वारा कराए गए फॉरेंसिक ऑडिट में इन खातों में 450 करोड़ का ट्रांजेक्शन पाया गया। इन खातों से देशी-विदेशी कई शैल कंपनियों में निवेश किया गया था। शैल कंपनियों के जरिए इन पैसों को अलग-अलग जगह निवेश किया गया और फिर उनसे खातों में वापस पैसा आया।
हवाला लेनदेन और विदेशी मुद्रा अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन जैसे गंभीर मामले को देखते हुए रायपुर पुलिस ने आयकर विभाग और ईडी को पत्र लिखकर पूरी जानकारी दी गई। रायपुर पुलिस की इसी जांच के आधार पर ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी केके श्रीवास्तव के खिलाफ PMLA और FIOA के तहत अपराध दर्ज किया है।
अग्रिम जमानत खारिज
रायपुर पुलिस द्वारा दर्ज अपराधिक मामले में केके श्रीवास्तव ने बिलासपुर हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी। जिसे चीफ जस्टिस की बेंच ने खारिज कर दिया था और इसे भारी धोखाधड़ी करार दिया था।
कौन है केके श्रीवास्तव
केके श्रीवास्तव छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के रहने वाले हैं और तांत्रिक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विशेष पूजा-पाठ कराने के लिए अक्सर ही श्रीवास्तव के घर जाया करते थे। पूर्व सीएम के अलावा तत्कालीन सत्ता से जुड़े कई बड़े चेहरे भी श्रीवास्तव के यहां आना-जाना करते थे। इसी का फायदा उठाते हुए केके श्रीवास्तव ने रावत से ठगी की।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक केके श्रीवास्तव ने दिल्ली के रावत एसोसिएट्स के डायरेक्टर अर्जुन रावत को स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर में 500 करोड़ रुपए का ठेका दिलवाने के नाम पर 15 करोड़ रुपए की ठगी की थी। रावत एसोसिएट्स हाईवे कंस्ट्रक्शन, बिल्डिंग निर्माण, सरकारी ठेके और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टस पर काम करती है। रावत और केके श्रीवास्तव की मुलाकात आचार्य प्रमोद कृष्णम के माध्यम से हुई थी।
काम नहीं होने और सरकार बदल जाने के बाद जब श्रीवास्तव के ऊपर दबाव बढ़ा तो उसने रावत को 3-3 करोड़ के चेक दिए जो कि बाउंस हो गए। मामले में रावत की शिकायत पर तेलीबांधा पुलिस ने केके श्रीवास्तव और उनके बेटे कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ अपराध दर्ज कराया।