- 27/11/2022
ED-IT मुर्गा बनाकर अफसरों को पीट रही, किसी की हड्डी टूटी तो किसी को सुनाई देना बंद हो गया, CM भूपेश ने दी चेतावनी- और शिकायत मिली तो पुलिस करेगी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई लगातार जारी है। इस कार्रवाई के बीच अब केन्द्रीय जांच एजेंसियों ED और IT पर अफसरों औऱ कारोबारियों पर थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के गंभीर आरोप भी लग रहे हैं। केन्द्रीय जांच एजेंसियां बयान लेने के लिए अफसरों औऱ कारोबारियों को मुर्गा बना रही है। पिटाई से कई लोगों की हड्डियां टूट गई है। कुछ के कानों में सुनाई देना तक बंद हो गया। केन्द्रीय जांच एजेंसियों पर यह आरोप मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लगाए हैं। भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा है कि उन्हें इस तरह की शिकायतें मिली है।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय जांच एजेंसियों को चेतावनी दी है कि अगर उन्हें इस तरह की शिकायतें और मिली तो राज्य पुलिस के द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “केंद्रीय एजेंसियां देश के नागरिकों की ताकत होती हैं, यदि इन ताकतों से नागरिक डरने लगें तो निश्चित ही यह नकारात्मक शक्ति देश को कमजोर करती है। ED और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां भ्रष्टाचार करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करें, हम इसका स्वागत करते हैं। लेकिन जिस प्रकार से ED और इनकम टैक्स के अधिकारियों द्वारा लोगों से पूछताछ के दौरान गैर कानूनी कृत्य सामने आ रहे हैं, वो बिल्कुल भी स्वीकार करने योग्य नहीं हैं।”
सीएम ने ट्वीट कर आगे कहा, “लोगों को वहीं समन देकर जबरन घर से उठाना, उनको मुर्गा बनाना, मार-पीट कर दवाब डालकर मन चाह बयान दिलवाने को बाध्य करना, आजीवन जेल में सड़ने की धमकी देना, बिना खाना-पानी के देर रात तक रोक कर रखना जैसे गंभीर शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बिना CRPF को साथ लेकर छापा मारी कर रहे हैं। अधिकारियों से शिकायत प्राप्त हुई है कि कुछ लोगों को रॉड से पीट रहे हैं, किसी का पैर टूटा है तो किसी को सुनाई देना बंद हो गया है।”
इसके बाद सीएम ने कहा, “इन घटनाओं से प्रदेश की जनता बहुत गुस्से में है। राजनीतिक षड्यंत्र की पूर्ति के उद्देश्य से झूठे प्रकरण बनाने का खेल प्रतीत हो रहा है। अधिकारियों को निर्देशित किया है कि भारत सरकार को इन सब घटनाओं की जानकारी दी जाए और अवैधानिक कृत्यों पर रोक लगायी जाए। जिससे भी पूछताछ हो, उसकी विडियोग्राफ़ी हो। विधिक ढंग से जांच में हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा। यदि ऐसी शिकायतें हमें आगे भी प्राप्त होंगी, तो राज्य की पुलिस विधिक रूप से कार्रवाई हेतु विवश होगी। हमारे नागरिकों की सुरक्षा हेतु हम कृत संकल्पित हैं। सनद रहे…”
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