• 15/09/2023

ED Raid: टाइगर, सनी लियोन सहित ये 14 फिल्मी सितारे शामिल हुए थे सट्टेबाजी ऐप के आरोपी की शादी में! महादेव बुक केस में ED के छापे में मिला खजाना

ED Raid: टाइगर, सनी लियोन सहित ये 14 फिल्मी सितारे शामिल हुए थे सट्टेबाजी ऐप के आरोपी की शादी में! महादेव बुक केस में ED के छापे में मिला खजाना

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ऑनलाइन सट्टेबाजी एप महादेव से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोलकाता, मुंबई और भोपाल में छापामार कार्रवाई करते हुए 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इस दौरान जांच एजेंसी ने कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मौके से बरामद किए हैं।

महादेव बुक से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी की जांच के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जो जानकारी निकल कर सामने आई है उसके मुताबिक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने UAE में अपनाएक साम्राज्य बनाया है। महादेव बुक के एक प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी। जिसका वीडियो जांच एजेंसी के हाथ लगा है। इस भव्य शादी समारोह में बॉलीवुड के नामी गिरामी सितारे भी शामिल हुए थे। इन सितारों ने सौरभ चंद्राकर की शादी समारोह में अपनी प्रस्तुतियां दी थी। जिनमें एक्टर, एक्ट्रेस औऱ गायक भी शामिल थे। इन सितारों को 200 करोड़ से ज्यादा की राशि का हवाला के जरिए भुगतान किया गया था।

ईडी की टीम ने भोपाल, कोलकाता और मुंबई के हवाला ऑपरेटरों के यहां छापामार कार्रवाई की। इन ऑपरेटरों ने ही सौरभ चंद्राकर की शादी में सितारों के परफार्म करने के लिए मुंबई की इवेंट फर्म को रकम दी थी। जिन सितारों ने शादी में अपनी परफॉर्मेंस दी थी उनके नामों की लिस्ट भी ईडी के हाथ लगी है। जिन्हें हवाला की रकम के जरिए भुगतान किया गया था।

इन सितारों ने दिया परफॉर्मेंस

उन सितारों में बॉलीवुड स्टार टाइगर श्राफ, सनी लियोनी, एली एवराम, कीर्ति खरबंदा, नुसरत भरोचा, भाग्य श्री, अली असगर, आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, नेहा कक्कड़, विशाल ददलानी, पुलकित, भारती सिंह, कृष्णा अभिषेक का नाम शामिल है।

सौरभ चंद्राकर की भिलाई की नेहरु नगर में रहने वाली एक युवती से फरवरी 2023 में दुबई में शादी हुई थी। शादी में परिवार के सदस्यों और मेहमानों को लाने के लिए नागपुर एक प्राइवेट जेट को किराए पर लेकर भेजा गया था।

इस भव्य शादी के लिए वेडिंग प्लानर, डेकोर्टर्स, डांसर सब मुंबई से भेजे गए थे। इन सबको हवाला के जरिए भुगतान किया गया था। ईडी को इसके डिजिटल साक्ष्य मिले हैं। जिसके मुताबिक योगेश पोपट की मेसर्स आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए थे और 42 करोड़ रुपये होटल की बुकिंग के लिए नकद भुगतान किया गया था।

ईडी ने योगेश पोपट, मिथिलेश और इस शादी से जुड़े आयोजकों के ठिकानों की तलाशी ली। जहां से 112 करोड़ रुपये की हवाला रकम हासिल करने से जुड़े सबूत सामने आए। इसके बाद योगेश पोपट की निशानदेही पर आंगड़िया के यहां तलाशी ली गई। जहां से 2.37 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई। साथ ही पता चला कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी करने वाली संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के जरिए से मोटी फीस लेकर अपने कामों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन सारी फीस और पैसे का भुगतान ऑनलाइन सट्टेबाजी की आय से ही किया जाता है।

ईडी ने भोपाल में धीरज आहूजा और विशाल आहूजा की मेसर्स रैपिड ट्रैवल्स की तलाशी ली। यह इकाई महादेव एप के प्रमोटरों, परिवार, व्यावसायिक सहयोगियों और यहां तक कि उन मशहूर हस्तियों के लिए पूरे टिकटिंग संचालन के लिए जिम्मेदार थी जो फेयरप्ले.कॉम, रेड्डी अन्ना एप, महादेव एप जैसी सट्टेबाजी वेबसाइटों का समर्थन कर रहे थे। सट्टेबाजी पैनल से अवैध कमाई आहूजा बंधुओं ने बड़ी चालाकी से मुख्य टिकट प्रदाताओं के पास जमा की थी और वॉलेट बैलेंस का इस्तेमाल घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय टिकट बुक करने के लिए किया गया था। मेसर्स रैपिड ट्रैवेल्स सितंबर के महीने में संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित वार्षिक स्टार-स्टडेड कार्यक्रमों सहित महादेव समूह के अधिकांश कार्यक्रमों के लिए यात्रा व्यवस्था करने में शामिल था।

ईडी ने महादेव ऑनलाइन बुक एप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल दूसरे अहम खिलाड़ियों की पहचान भी कर ली है। जांच में यह पाया गया कि कोलकाता में मौजूद विकास छपारिया महादेव एप के लिए हवाला से संबंधित सभी काम संभाल रहा था। ईडी ने उसेके ठिकानों और गोविद केडिया जैसे उसके सहयोगियों के यहां तलाशी ली। जिसमें पाया गया कि गोविंद केडिया की मदद से विकास चपारिया अपनी संस्थाओं मेसर्स परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, मेसर्स एक्ज़िम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और मेसर्स टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी के जरिए विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) के रास्ते भारतीय शेयर बाजार में भारी निवेश कर रहे थे। विकास छपारिया के स्वामित्व वाली लाभकारी संस्थाओं के नाम पर जमा 236.3 करोड़ रुपये की नकदी और सिक्यूरिटि होल्डिंग्स को ईडी ने पीएमएलए 2002 के तहत जब्त कर लिया।

इसके अलावा, पीएमएलए 2002 के तहत ही गोविंद कुमार केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी ने जब्त कर ली है। गोविंद कुमार केडिया के परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और 13 करोड़ रुपये की कीमत के सोना और आभूषण भी जब्त किए गए हैं।

20 हजार करोड़ से ज्यादा का साम्राज्य

महादेव बुक के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं। दोनों प्रमोटर दुबई में रहकर इस ऑनलाइन बैटिंग एप महादेव बुक को ऑपरेट करते हैं। यहीं उनकी इस ऑनलाइन बैटिंग एप का मुख्यालय है। ईडी का कहना है कि जांच में खुलासा हुआ कि इसका संचालन छत्तीसगढ़ में सत्ता से जुड़े कुछ राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों के सहयोग से चल रहा था। इस ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप का टर्नओवर 20, 000 करोड़ से ज्यादा का है।

जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि इस बैटिंग ऐप का संचालन पैनल/शाखाओँ की फ्रेंचाइजी के द्वारा किया जाता था। प्रमोटर्स 70 प्रतिशत रकम अपने पास रखते थे और 30 प्रतिशत पैनल/शाखा की फ्रेंचाइजी लेने वालों को दी जाती थी। सट्टेबाजी से प्राप्त होने वाली रकम को हवाला ऑपरेटर्स के माध्यम से विदेशी खातों में भेजी जाती थी।

इससे पहले ईडी ने छत्तीसगढ़ में सट्टेबाजी के इस सिंडिकेट के मुख्य लाइजनर सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद ईडी ने खुलासा किया था कि गिरफ्तार आरोपी वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को प्रोटेक्शन मनी के रुप में रिश्वत की बड़ी रकम दिया करते थे। भारत में सट्टेबाजी वेबसाइटों के विज्ञापन, नए यूजर्स और फ्रेंचाइजी पैनल चाहने वालों को आकर्षित करने के लिए प्रमोशन किया जाता था। इसके लिए बड़े पैमाने पर पैसा खर्च किया जाता था।

अब तक ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है। ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से इस मामल की जांच शुरू कर दी है। रायपुर में पीएमएलए विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किए हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।