- 24/03/2023
प्राइवेट नौकरी वालों को लगने जा रहा है बड़ा झटका, PF पर ब्याज और होगा कम!
निजी क्षेत्र (Private Sector) में नौकरी करने वाले करोड़ों लोगों को एक बड़ा झटका लग सकता है। पीएफ पर मिलने वाला ब्याज दर (Interest Rate on PF) को कम किया जा सकता है। पीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर को लेकर सरकार फैसला ले सकती है। खबरों के मुताबिक आशंका जताई जा रही है कि पीएफ पर मिलने वाले ब्याज को और कम किया जा सकता है।अभी कर्मचारियों को पहले से ही पीएफ पर 43 साल में सबसे कम ब्याज मिल रहा है।
ऐसे कम होता गया ब्याज
देश में अभी EPF के साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं। पिछले 43 साल में PF पर मिलने वाले ब्याज की दर सबसे कम है। EPFO ने साल 2021-22 के लिए पीएफ की ब्याज दर 8.1 प्रतिशत तय की थी, जो कि 1977-78 के बाद PF पर मिलने वाली ब्याज की सबसे कम दर है। इससे पहले 2020-21 में PF पर 8.5 % की दर से ब्याज मिल रहा था। वित्तीय वर्ष 2020-21 में PF के ब्याज की दर में कोई बदलाव नहीं किया गया था। वहीं इसके एक साल पहले 2019-20 में ब्याज दर को 8.65 % से घटाकर 8.5 % किया गया था।
लोगों को होगा भारी नुकसान
जानकारी के मुताबिक EPFO की बैठक 25-26 मार्च को होने वाली है, जिसमें ब्याज के बारे में निर्णय लिया जा सकता है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक PF पर ब्याज को और घटाकर 8 फीसदी किया जा सकता है।
खबर के अनुसार इस साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। वहीं अगले साल देश में लोकसभा चुनाव होना है। इस वजह से पीएफ पर मिलने वाले ब्याज को ज्यादा कम करने की गुंजाइश नहीं है। लेकिन इसे पिछले साल की तुलना में घटाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले करोड़ों लोगों को सीधे तौर पर घाटा होने वाला है।
ईपीएफओ करता है इन्वेस्ट
आपको बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) पीएफ खाताधारकों के खाते में जमा होने वाली रकम को कई जगहों पर निवेश करता है। इस इन्वेस्टमेंट से होने वाली आय के एक हिस्से को ब्याज के रूप में खाताधारकों को रिटर्न दिया जाता है। अभी EPFO का 85 फीसदी हिस्सा डेट ऑप्शंस में इन्वेस्ट करता है, जिनमें सरकारी सिक्योरिटीज और बॉन्ड भी शामिल हैं। बाकी के 15 फीसदी हिस्से को ईटीएफ में लगाया जाता है। डेट और इक्विटी से हुई कमाई के आधार पर पीएफ का ब्याज तय किया जाता है।