• 27/09/2025

सियासी भूचाल: CM हाउस के सामने धरने पर बैठेंगे पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, कलेक्टर से मांगी अनुमति; जानें क्यों हैं नाराज BJP के वरिष्ठ नेता

सियासी भूचाल: CM हाउस के सामने धरने पर बैठेंगे पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर, कलेक्टर से मांगी अनुमति; जानें क्यों हैं नाराज BJP के वरिष्ठ नेता

छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता ननकीराम कंवर ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कोरबा जिले के कलेक्टर अजीत वसंत पर ‘हिटलरशाही’ तरीके से प्रशासन चलाने, भ्रष्टाचार और संवैधानिक शक्तियों के दुरुपयोग का गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल हटाने की मांग की है। कंवर ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा था, जिसमें तीन दिनों के अल्टीमेटम दिया था। अब, कार्रवाई न होने पर उन्होंने 4 अक्टूबर को रायपुर के मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना देने का ऐलान कर दिया है। इस चेतावनी ने राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है।

आरोपों का दौर: 08 बिंदुओं में शिकायत

ननकीराम कंवर ने 22 सितंबर को मुख्यमंत्री को चार पन्नों का पत्र लिखकर कलेक्टर अजीत वसंत के खिलाफ 08 बिंदुओं में शिकायतें कीं। उन्होंने कलेक्टर को “हिटलर प्रशासक” करार देते हुए कहा कि वे स्थानीय लोगों को टारगेट कर रहे हैं, पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहे हैं और डीएमएफ (जिला खनिज निधि) की राशि में गड़बड़ी बरत रहे हैं। कंवर ने 400 महिला स्वसहायता समूहों को दिए जाने वाले लाभों में अनियमितताओं और फर्जी मुआवजों के मामलों का भी जिक्र किया। उनका आरोप है कि कलेक्टर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं और “बदतमीजी” भरा व्यवहार कर रहे हैं।

वीडियो बयान में कंवर ने कहा, “हमने जब मुख्यमंत्री को सूचना दी, उस समय (तीन दिन में) बैठ जाना था, लेकिन नवरात्रि में व्यस्त होने के कारण मैं 4 तारीख को रायपुर में बैठेंगे।” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनके जैसे वरिष्ठ कार्यकर्ता का काम नहीं चलेगा, तो ऐसे कलेक्टर को पद पर रखना उचित नहीं। पत्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, महासचिव, डीजीपी और अन्य अधिकारियों को भी भेजा गया।

धरना का ऐलान: अनिश्चितकालीन, समर्थकों के साथ

कंवर ने स्पष्ट किया कि 4 अक्टूबर को वे रायपुर के सीएम हाउस के सामने धरने पर बैठेंगे। रायपुर कलेक्टर को भी पत्र लिखकर धरना की अनुमति मांगी गई है। जब उनसे धरने की अवधि पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यह अभी निश्चित नहीं है। हो सकता है मुख्यमंत्री जल्द ही कलेक्टर का ट्रांसफर कर दें।” साथ ही, उन्होंने कहा कि उनके साथ कितने लोग शामिल होंगे, यह जनता पर निर्भर करेगा। यह धरना अनिश्चितकालीन हो सकता है, जो भाजपा सरकार के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है।