• 11/08/2025

महादेव ऐप: पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव पर महादेव सट्टेबाजी रैकेट से जुड़े होने का आरोप, दिल्ली पुलिस ने की कार्रवाई

महादेव ऐप: पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव पर महादेव सट्टेबाजी रैकेट से जुड़े होने का आरोप, दिल्ली पुलिस ने की कार्रवाई

पूर्व रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) अधिकारी विकास यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली के एक बिजनेसमैन के अपहरण और जबरन वसूली के मामले में गिरफ्तारी के बाद अब उनका नाम महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट से भी जोड़ा जा रहा है। दिल्ली पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, यादव के खिलाफ गंभीर आरोपों की जांच चल रही है। इसके अलावा, अमेरिका ने उन्हें खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने के मामले में मोस्ट वांटेड घोषित किया है।

दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी

18 दिसंबर 2023 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने विकास यादव को रोहिणी के एक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता ने यादव पर अपहरण और जबरन वसूली का आरोप लगाया था। जांच के दौरान, 1 जुलाई 2025 को चाणक्यपुरी में जलालुद्दीन उर्फ समीर नामक व्यक्ति को आपराधिक साजिश में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जलालुद्दीन का संबंध दुबई से संचालित महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट से है।

अपहरण और धमकी का मामला

इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के अनुसार, जलालुद्दीन ने विकास यादव से संपर्क कर शिकायतकर्ता का अपहरण करने और उसे धमकाने की साजिश रची, क्योंकि शिकायतकर्ता ने बकाया राशि का भुगतान नहीं किया था। यादव ने अपने साथी अब्दुल्ला खान के साथ मिलकर इस योजना को अंजाम दिया। जलालुद्दीन ने हवाला के जरिए यादव को 16 लाख रुपये भेजे थे। शिकायतकर्ता ने एफआईआर में दावा किया कि यादव ने कहा था कि उसे दुबई में मौजूद जलालुद्दीन के इशारे पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से सुपारी मिली थी। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि खान ने उसे पिस्तौल दिखाकर धमकाया, सिर पर प्रहार किया, और उसकी सोने की चेन, अंगूठियां, और कैफे से नकदी लूट ली।

लॉरेंस बिश्नोई से कनेक्शन का दावा

एफआईआर में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि यादव ने लॉरेंस बिश्नोई के नाम का इस्तेमाल कर उसे डराया। हालांकि, शिकायतकर्ता ने स्पष्ट किया कि उनका बिश्नोई से कोई संबंध नहीं है। जांच में यह भी सामने आया कि जलालुद्दीन ने यादव को फोन कर बताया था कि शिकायतकर्ता को “इंजेक्शन की पहली खुराक” दे दी गई है, जिससे मामले की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

विकास यादव, जलालुद्दीन, और खान सहित सभी तीन आरोपी वर्तमान में जमानत पर हैं। 23 जुलाई 2025 को जलालुद्दीन की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान, एडिशनल सेशन जज सौरभ प्रताप सिंह ने उन्हें बिना कोर्ट की अनुमति के देश छोड़ने से मना किया और सबूतों या गवाहों को प्रभावित न करने की हिदायत दी। जलालुद्दीन का पासपोर्ट जांच अधिकारी द्वारा पहले ही जब्त किया जा चुका है। शिकायतकर्ता के वकील राहुल ठुकराल ने कहा कि वे दिल्ली हाई कोर्ट में जलालुद्दीन की जमानत का विरोध करेंगे, क्योंकि वह 2023 में एफआईआर दर्ज होने के बाद से शिकायतकर्ता को धमका रहा था।

दिल्ली पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में सामने आया है कि महादेव ऑनलाइन बुक सट्टेबाजी रैकेट एक जटिल नेटवर्क है, जो अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। इस नेटवर्क के जरिए काला धन जमा किया जाता है, जिसे हवाला और बेनामी खातों के माध्यम से देश-विदेश में ट्रांसफर किया जाता है। जलालुद्दीन का इस रैकेट से सीधा संबंध बताया जा रहा है, और उसकी गतिविधियों की जानकारी ईडी को दी जा सकती है।

अमेरिका में वांटेड

विकास यादव का नाम खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश से भी जुड़ा है। अमेरिका के एफबीआई ने उन्हें इस मामले में “मर्डर-फॉर-हायर” और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में वांटेड घोषित किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यादव अब भारत सरकार के कर्मचारी नहीं हैं।

कौन है विकास यादव

हरियाणा के रेवाड़ी जिले के प्राणपुरा गांव के निवासी विकास यादव ने 2007 में सीडीएस परीक्षा पास कर सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में सेवा शुरू की थी। बाद में वे रॉ में शामिल हुए। उनके पिता राम सिंह यादव बीएसएफ में डीएसपी थे, और उनके बड़े भाई अजय यादव हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं।