- 17/05/2025
कौन है यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा? जिसने पाकिस्तान के लिए की जासूसी, PAK एजेंट्स से क्या हैं उसके रिश्ते


हरियाणा के हिसार में पुलिस ने 33 वर्षीय यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। शनिवार को हिसार पुलिस ने ज्योति को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पिछले एक सप्ताह में हरियाणा और पंजाब से कुल 6 लोग, जिनमें ज्योति शामिल है, पाकिस्तानी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं।
गिरफ्तारी और जांच
हिसार पुलिस के अनुसार, 15 मई को DSP जितेंद्र कुमार की अगुआई में ज्योति को उसके न्यू अग्रसेन कॉलोनी स्थित घर से हिरासत में लिया गया। उसके खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है। केंद्रीय एजेंसियां ज्योति से पूछताछ कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के संपर्क में थी और सोशल मीडिया के जरिए भारत की संवेदनशील जानकारी साझा कर रही थी। उसकी गतिविधियों पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की लंबे समय से नजर थी।
पाकिस्तान यात्रा और जासूसी का शक
ज्योति ने 2023 में तीन बार पाकिस्तान की यात्रा की थी—दो बार सिख श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ और एक बार करतारपुर साहिब कॉरिडोर के जरिए। इन यात्राओं के दौरान उसकी मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। दानिश ने ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया ए 3,4,5 अधिकारियों (PIO) जैसे अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज (ज्योति के फोन में ‘जट्ट रंधावा’ के नाम से सेव) से मिलवाया।
सोशल मीडिया के जरिए जासूसी
ज्योति वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए इन एजेंट्स के संपर्क में थी। वह पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने के साथ-साथ संवेदनशील जानकारी भी साझा कर रही थी। दानिश और अली अहसान ने पाकिस्तान में ज्योति के ठहरने और यात्रा की व्यवस्था की। उसने एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ नजदीकी संबंध बनाए और हाल ही में उसके साथ इंडोनेशिया के बाली की यात्रा भी की थी।
दानिश का भारत से निष्कासन
13 मई 2025 को भारत सरकार ने जासूसी के आरोप में दानिश को ‘परसोना नॉन ग्राटा’ घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया। ज्योति को पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाने और भारत के खिलाफ प्रचार व जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
क्या है ज्योति का बैकग्राउंड?
ज्योति हिसार की रहने वाली है और उसने BA तक पढ़ाई की है। वह अविवाहित है और ज्यादातर समय दिल्ली में रहती है। उसके पिता हरीश कुमार मल्होत्रा बिजली निगम से रिटायर्ड हैं। ज्योति का पासपोर्ट 2018 में बना, जो 2028 तक वैध है। वह ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती है, जिसके 3 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। पहले वह गुरुग्राम की एक निजी कंपनी में काम करती थी, लेकिन कोविड के दौरान नौकरी जाने के बाद ब्लॉगर बन गई।
इन धाराओं के तहत हुई कार्रवाई
ज्योति के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट की धारा 3, 4, 5 और भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसने लिखित में अपनी गलती कबूल की है, और मामला हिसार के आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया गया है। पुलिस ने उसके मोबाइल और लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री बरामद की है।
व्यापक जासूसी नेटवर्क
ज्योति के अलावा, पंजाब के मलेरकोटला से यामीन मोहम्मद, हरियाणा के कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लन, और नूंह से अरमान को भी गिरफ्तार किया गया है। यह नेटवर्क हरियाणा और पंजाब में फैला हुआ था, जिसमें लोग एजेंट, वित्तीय सहायक और सूचना देने वाले के रूप में काम कर रहे थे। जांच में पता चला कि कमजोर सामाजिक-धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों को भावनात्मक संबंध, पैसे और शादी के झूठे वादों से फंसाया गया।