- 27/04/2025
पहाड़ियों में मिली नक्सलियों की विशाल गुफा,1 हजार नक्सली छिप सकते हैं, ऑपरेशन जारी


छत्तीसगढ़ के बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ चल रहे देश के सबसे बड़े ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। पांच दिनों से जारी इस अभियान के दौरान जवानों को एक विशाल गुफा मिली है, जिसमें करीब 1 हजार नक्सली छिप सकते हैं। गुफा के अंदर एक सुरंग, पानी का स्रोत, विशाल मैदान और एक शिवलिंग भी पाया गया है। हालांकि, जवानों के पहुंचने से पहले नक्सली सामान छोड़कर भाग निकले। ऑपरेशन अभी भी जारी है, और सुरक्षाबल ड्रोन व सैटेलाइट की मदद से इलाके पर नजर रखे हुए हैं।
गुफा में क्या–क्या मिला?
सुरक्षाबलों ने गुफा की तलाशी के दौरान पाया कि यह इतनी बड़ी है कि इसमें सैकड़ों लोग आराम से रह सकते हैं। गुफा के अंदर एक बड़ा मैदान, पानी का स्रोत और ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। इसके अलावा, एक सुरंग भी मिली, जो नक्सलियों के भागने या छिपने के लिए इस्तेमाल हो सकती थी। सबसे चौंकाने वाली खोज थी एक शिवलिंग, जिसके बारे में माना जा रहा है कि नक्सली इसे पूजा स्थल के रूप में इस्तेमाल करते थे। गुफा में नक्सलियों की मौजूदगी के निशान, जैसे सामान और उपकरण, भी मिले हैं, जो दर्शाते हैं कि यह उनका प्रमुख ठिकाना था।
44 डिग्री तापमान में ऑपरेशन जारी
कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में 22 अप्रैल से शुरू हुआ यह ऑपरेशन अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है। छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की संयुक्त फोर्स, जिसमें डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा, बस्तर फाइटर्स और तेलंगाना की ग्रेहाउंड्स शामिल हैं, ने पहाड़ियों को चारों ओर से घेर रखा है। करीब 5,000 से 20,000 जवान इस अभियान में शामिल हैं, जो 44 डिग्री तापमान और कम ऑक्सीजन स्तर की चुनौतियों के बावजूद नक्सलियों के गढ़ तक पहुंचे हैं। अब तक 5 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, और माना जा रहा है कि शीर्ष नक्सली नेता हिडमा, देवा और दामोदर भी इस इलाके में छिपे हो सकते हैं।
नक्सलियों की रणनीति और चुनौतियां
नक्सलियों ने कर्रेगुट्टा को अपना सुरक्षित ठिकाना बनाया था, जहां उनकी बटालियन नंबर 1 और पीएलजीए सक्रिय हैं। उन्होंने इलाके में सैकड़ों आईईडी बिछा रखे थे, जिसके बारे में उन्होंने पहले ही प्रेस नोट जारी कर ग्रामीणों को चेतावनी दी थी। हालांकि, सुरक्षाबल डी-माइनिंग और सतर्कता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। नक्सलियों के पास राशन और पानी की कमी होने की खबर है, जिसके कारण डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ गया है। माओवादी नेता रूपेश ने प्रेस नोट जारी कर ऑपरेशन रोकने और शांति वार्ता की अपील की है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने साफ कर दिया है कि नक्सलियों को पहले हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करना होगा।
वायरल वीडियो और तस्वीरें
ऑपरेशन के दौरान जवानों ने गुफा के अंदर की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड किए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वीडियो में अंधेरी गुफा में टॉर्च की रोशनी से जवान आगे बढ़ते दिख रहे हैं, और वे आपस में मैदान व पानी की मौजूदगी की चर्चा कर रहे हैं। यह गुफा नक्सलियों के लिए एक अभेद्य किला थी, लेकिन सुरक्षाबलों ने इसे खोज निकाला है।