- 12/07/2025
IIM कलकत्ता में छात्रा के साथ दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कलकत्ता के जोका परिसर में एक छात्रा के साथ दुष्कर्म का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़िता ने अपने सहपाठी, द्वितीय वर्ष के छात्र परमानंद टोप्पाउनवार पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। घटना के बाद हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार) और 123 (जानबूझकर विष या हानिकारक पदार्थ के माध्यम से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, पीड़िता और बेंगलुरु निवासी आरोपी परमानंद टोप्पाउनवार, जो IIM-C के द्वितीय वर्ष के छात्र हैं, पहले से एक-दूसरे को ऑनलाइन माध्यम से जानते थे। उनकी बातचीत पढ़ाई और करियर से संबंधित मुद्दों पर होती थी। शुक्रवार को आरोपी ने पीड़िता को काउंसलिंग सेशन के बहाने जोका परिसर में बुलाया। पीड़िता ने बताया कि जब वह परिसर पहुंची, तो आरोपी ने उसे विजिटर रजिस्टर में नाम दर्ज करने से रोका, जिससे उसे शक हुआ, लेकिन उसने भरोसा बनाए रखा।
हॉस्टल में ले जाकर दिया नशीला पदार्थ
आरोपी ने पीड़िता को काउंसलिंग स्थल के बजाय लड़कों के हॉस्टल में ले गया, यह कहकर कि उसे कुछ सामान लेना है। वहां उसने पीड़िता को पिज्जा और एक पेय पदार्थ ऑफर किया। पीड़िता का आरोप है कि पेय पीने के बाद उसे चक्कर आने लगे और वह अस्थिर महसूस करने लगी। जब उसने वॉशरूम जाने की बात कही, तो आरोपी ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। विरोध करने पर पीड़िता ने आरोपी को थप्पड़ मारा, जिसके बाद वह हिंसक हो गया और उसने मारपीट कर कथित तौर पर दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह कुछ समय तक अर्ध-बेहोशी की हालत में रही और फिर पूरी तरह बेहोश हो गई। शाम को होश में आने पर वह हॉस्टल रूम में अकेली थी। उसने तुरंत एक दोस्त से संपर्क किया और संस्थान से निकलकर पहले ठाकुरपुकुर पुलिस स्टेशन पहुंची, जहां से उसे हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन भेजा गया।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी
हरिदेवपुर पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी परमानंद टोप्पाउनवार को शुक्रवार रात हिरासत में लिया और शनिवार को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हॉस्टल रूम को सील कर दिया और वहां से फॉरेंसिक नमूने एकत्र किए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जा रही है। हम डिजिटल फुटेज, हॉस्टल एंट्री रिकॉर्ड और संस्थान के कर्मचारियों से पूछताछ कर रहे हैं। आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं।”
कैंपस सुरक्षा पर सवाल
यह घटना कोलकाता में शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठा रही है। महज दो सप्ताह पहले साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया था। इसके बाद कोलकाता पुलिस ने शैक्षणिक संस्थानों के लिए विशेष सुरक्षा SOP जारी किया था। इसके बावजूद, IIM-C जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस तरह की घटना ने सुरक्षा प्रोटोकॉल की खामियों को उजागर किया है। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे एक बाहरी व्यक्ति बिना रजिस्ट्रेशन के हॉस्टल में प्रवेश कर सका और सुरक्षा गार्ड ने इस पर कोई आपत्ति क्यों नहीं जताई।
छात्रों और अभिभावकों में आक्रोश
घटना के बाद IIM-C प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी बढ़ रही है। IIM-C के डायरेक्टर-इन-चार्ज सैबल चट्टोपाध्याय ने कहा, “पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।” छात्रों का कहना है कि संस्थान को सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करना चाहिए।
राज्य में बढ़ती यौन हिंसा की घटनाएं
यह घटना कोलकाता में हाल के दिनों में यौन हिंसा की दूसरी बड़ी घटना है। साउथ कलकatta लॉ कॉलेज में 25 जून को हुई गैंगरेप की घटना के बाद तीन मुख्य आरोपियों को 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया गया था और 9 जुलाई को सभी चार आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। IIM-C की इस ताजा घटना ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। हॉस्टल रूम में मिले शराब के बोतलों और अन्य सामानों की भी जांच की जा रही है। यह मामला न केवल IIM-C की प्रतिष्ठा पर दाग लगा रहा है, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर रहा है।