• 22/05/2024

वो ब्लड स्कैंडल..जिससे पूरी दुनिया में मचा हड़कंप, 3000 लोगों ने गंवाई थी जान

वो ब्लड स्कैंडल..जिससे पूरी दुनिया में मचा हड़कंप, 3000 लोगों ने गंवाई थी जान

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ब्रिटेन ब्लड स्कैंडल से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। एक रिपोर्ट ने अपनी जांच में यूके के दशकों पुराने ब्लड स्कैंडल का खुलासा किया है। इसमें संक्रमित खून से इलाज के बाद हजारों लोगों की मौत हो गई थी।

ब्लड स्कैंडल रिपोर्ट के अनुसार, 1970 और 1990 के दशक की शुरुआत के बीच ब्रिटेन में दूषित खून चढ़ाने के बाद 30,000 से भी अधिक लोग HIV और हेपेटाइटिस जैसे वायरस से संक्रमित हो गए थे। उस दौरान अगर सही कदम उठाया गया होता तो काफी हद तक इसे टाला जा सकता था।इस रिपोर्ट सामने आने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मांफी मांगते हुए प्रभावित लोगों और मरने वाले परिवारों को मुआवजा देने का वादा किया है।

ये है पूरा मामला

ये मामला 1970 से 1990 के दशक के बीच का है और इसमें वो लोग शामिल थे जिन्हें दुर्घटनाओं, सर्जरी या डिलीवरी के बाद ब्लड या प्लाज्मा चढ़ाया गया था। इस दौरान इन लोगों को संक्रमित खून चढ़ाया गया जिससे खतरनाक बीमारियां फैली।एक अनुमान के मुताबिक, हर चार दिन में संक्रमित खून के चलते एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। इसके अलावा संक्रमित खून चढ़ाए जाने के चलते 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और अन्य को आजीवन स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ा।

नेशनल हेल्थ सर्विस की सबसे बड़ी लापरवाही थी। यहां तक कि सरकारों ने भी इस सच्चाई को छुपाया था।पीड़ितों और उनके परिवारों की सालों की मांग के बाद ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ने साल 2017 में इस मामले में जांच के आदेश दिए थे। उस दौरान संक्रमित ब्लड चढ़ाने की वजह से 2,400 लोगों के मौत हुई थी जो अब बढ़कर 3 हजार से अधिक हो गई है।दरअसल, 70 के दशक में एनएचएस ने हीमोफीलिया के लिए फैक्टर VIII नामक एक नए उपचार का उपयोग शुरू किया गया। इसमें लापता क्लॉटिंग एजेंट को मानव रक्त प्लाज्मा से बदलता था।

फैक्टर कॉन्संट्रेट बनाने के लिए निर्माताओं ने हजारों लोगों के प्लाज्मा को इकट्ठा किया, जिसमे कॉन्संट्रेट में हेपेटाइटिस और एचआईवी सहित वायरस से संक्रमित खून होने का खतरा बढ़ गया।इन्हीं कारणों के चलते ब्रिटेन के लोगों को गंदा खून दिया गया जिसके चलते ये बीमारियां फैली और लोगों की जान तक चली गई। वहीं, सरकार ने करीब 4 हजार संक्रमित लोगों को एक लाख यूरो का मुआवजा दिया है। बाकी पीड़ितों को भी जल्द ही मुआवजा दिया जाएगा।