- 20/04/2025
Kill Modi खालिस्तानियों ने लिखा गुरुद्वारे की दीवार पर, क्या कनाडा की जमीन से रची जा रही कोई बड़ी साजिश?


कनाडा के वैंकूवर में खालसा दीवान सोसाइटी के रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे की दीवारों पर खालिस्तानी समर्थकों ने “खालिस्तान जिंदाबाद” और भारत विरोधी नारे लिखकर तोड़फोड़ की। इस घटना ने सिख समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, खासकर तब जब सिख हेरिटेज मंथ और खालसा सजना दिवस के दौरान यह हरकत हुई। गुरुद्वारे के साथ-साथ सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर को भी उसी दिन निशाना बनाया गया, जिससे हिंदू-सिख एकता को कमजोर करने की साजिश का शक गहरा गया है।
19 अप्रैल 2025 की रात को अज्ञात लोगों ने रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे की पार्किंग लॉट की दीवारों पर स्प्रे पेंट से “खालिस्तान जिंदाबाद”, “किल मोदी” और अन्य भारत विरोधी नारे लिखे। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में ये नारे साफ दिखाई दे रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधन के अनुसार, यह हमला रात 12 बजे से 3 बजे के बीच हुआ। वैंकूवर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और इसे “मुर्दाबाद” जैसे शब्दों वाले graffiti की घटना के रूप में दर्ज किया है। उसी दिन सरे के लक्ष्मी नारायण मंदिर पर भी इसी तरह के नारे लिखे गए।
गुरुद्वारा प्रबंधन का बयान
खालसा दीवान सोसाइटी ने बयान जारी कर इस कृत्य की निंदा की और इसे “छोटे समूह के सिख अलगाववादियों” का काम बताया। प्रबंधन के जोगिंदर सुन्नर ने इसे समुदाय के इतिहास में “दर्दनाक क्षण” करार दिया। बयान में कहा गया, “यह एक सुनियोजित हमला है, जो कनाडाई सिख समुदाय में डर और विभाजन पैदा करने की कोशिश है। यह हमारे पूर्वजों की एकता, मेहनत और शांति की विरासत पर हमला है।” प्रबंधन ने सभी कनाडाई नागरिकों से एकजुट होकर इस चरमपंथ के खिलाफ खड़े होने की अपील की।
हिंदू–सिख एकता पर हमला
लक्ष्मी नारायण मंदिर के प्रवक्ता परशोतम गोयल ने कहा, “यह संयोग नहीं है। दोनों घटनाएं हिंदू-सिख एकता को तोड़ने की साजिश का हिस्सा हैं, क्योंकि हमारा मंदिर और रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारा इस दिशा में काम कर रहे हैं।” गुरुद्वारे ने हाल ही में अपनी वैसाखी परेड में खालिस्तानी समूहों को शामिल होने से रोका था, जिसके बाद यह हमला हुआ।
पहले भी हो चुके हैं हमले
कनाडा में खालिस्तानी तत्वों द्वारा धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना नया नहीं है।
- जुलाई 2024 में एडमॉन्टन के BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हिंदू-विरोधी और भारत-विरोधी नारे लिखे गए।
- अप्रैल 2023 में विंडसर, ओंटारियो के BAPS मंदिर और फरवरी 2023 में मिसिसॉगा के राम मंदिर को भी निशाना बनाया गया।
- सितंबर 2022 में टोरंटो के स्वामीनारायण मंदिर पर खालिस्तानी नारे लिखे गए।
भारत–कनाडा तनाव का पृष्ठभूमि
यह घटना भारत और कनाडा के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के बीच हुई है। कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया, जिसे भारत ने “निराधार” बताया। भारत ने कनाडा पर खालिस्तानी तत्वों को शह देने का आरोप लगाया है, जबकि कनाडा इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा मानता है। हाल ही में खालिस्तानी समर्थकों ने कनाडाई सिख सांसद चंद्र आर्य और भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा पर हमले की कोशिश की थी।
पुलिस और सरकार की कार्रवाई
वैंकूवर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। भारत ने कनाडा से ऐसे कृत्यों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम कनाडा में धार्मिक स्थलों पर बढ़ते हमलों की निंदा करते हैं और स्थानीय प्रशासन से दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की उम्मीद करते हैं।”