- 18/04/2025
रॉबर्ट वाड्रा पर ED का कसा शिकंजा: गुरुग्राम से लंदन तक मनी लॉन्ड्रिंग का जाल, तीन मामलों में चार्जशीट तैयार, गिरफ्तारी की तैयारी!


प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ तीन मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, ED जल्द ही इन मामलों में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) कोर्ट में अभियोजन शिकायत (चार्जशीट) दाखिल कर सकती है, जिसके बाद वाड्रा के खिलाफ आरोप तय किए जा सकते हैं।
कौन-कौन से हैं तीन प्रमुख मामले?
गुड़गांव भूमि सौदा: यह मामला 2008 के शिकोहपुर (गुड़गांव) भूमि सौदे से संबंधित है, जिसमें वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने 3.5 एकड़ जमीन को ओमकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा और कुछ महीनों बाद डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया। ईडी का आरोप है कि इस सौदे में अनियमितताएं हुईं और यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। इस मामले में वाड्रा से 15 और 16 अप्रैल 2025 को कई घंटे पूछताछ की गई।
संजय भंडारी और लंदन संपत्ति: ईडी ने वाड्रा को हथियार डीलर संजय भंडारी से जोड़ा है, जो 2016 में लंदन भाग गया था। जांच एजेंसी का दावा है कि लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में 1.9 मिलियन पाउंड की संपत्ति, जो भंडारी के नाम थी, वाड्रा के निर्देश पर खरीदी और नवीनीकृत की गई। ईडी ने इसे “अपराध की आय” माना है। वाड्रा ने इन संपत्तियों से किसी भी संबंध से इनकार किया है।
बीकानेर भूमि सौदा: बीकानेर में 2015 में दर्ज एक मामले में वाड्रा पर आरोप है कि उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने विस्थापित लोगों के लिए आरक्षित जमीन को जाली दस्तावेजों के जरिए खरीदा। ईडी का दावा है कि 275 बीघा जमीन 72 लाख रुपये में खरीदी गई और 5.2 करोड़ रुपये में बेची गई। इस मामले में वाड्रा और उनकी मां मॉरीन से पहले भी पूछताछ हो चुकी है।
रॉबर्ट वाड्रा का जवाब
वाड्रा ने इन कार्रवाइयों को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है। 15 अप्रैल 2025 को ED दफ्तर पहुंचने पर उन्होंने कहा, “जब भी मैं लोगों के लिए बोलता हूं या राजनीति में आने की बात करता हूं, यह सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर मुझे दबाने की कोशिश करती है। मैंने 23,000 दस्तावेज जमा किए, 20 बार पेश हुआ, फिर भी कोई नतीजा नहीं।” उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है और यह सब बीजेपी की साजिश है।
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भ्रष्टाचार और राजनीतिक सत्ता का दुरुपयोग
इन घटनाक्रमों ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। बीजेपी ने लंबे समय से वाड्रा पर भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं, जबकि कांग्रेस का कहना है कि यह “राजनीतिक बदले” की कार्रवाई है। बीजेपी ने 2014 के चुनावों में वाड्रा के सौदों को “दामाद श्री” नामक बुकलेट में उजागर किया था। दूसरी ओर, वाड्रा ने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं और उनके पास छिपाने को कुछ नहीं है।
होगी गिरफ्तारी?
सूत्रों के मुताबिक, ईडी इन तीनों मामलों में चार्जशीट दाखिल करने के बाद कोर्ट से आरोप तय करने और मुकदमे शुरू करने की मांग करेगी। कुछ कंपनियां और व्यक्ति भी इन चार्जशीट में सह-अभियुक्त या गवाह के रूप में शामिल हो सकते हैं।
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ यह कार्रवाई नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की हालिया कार्रवाइयों के बाद आई है, जिससे कांग्रेस और बीजेपी के बीच तनाव और बढ़ गया है। अगली सुनवाई और ED की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।