• 25/02/2025

सेक्स सीडी कांड: 7 साल बाद भूपेश बघेल और विनोद वर्मा ने कोर्ट में लगाई हाजिरी, जानें अब तक मामले में क्या-क्या हुआ

सेक्स सीडी कांड: 7 साल बाद भूपेश बघेल और विनोद वर्मा ने कोर्ट में लगाई हाजिरी, जानें अब तक मामले में क्या-क्या हुआ

छत्तीसगढ़ की बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड मामले में सात साल बाद फिर से राजधानी रायपुर की कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मीडिया सलाहकार रहे विनोद वर्मा इस मामले में आरोपी हैं। दोनों के अलावा मामले के अन्य आरोपी भी आज कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट में हाजिरी लगाने के बाद भूपेश बघेल विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। मामले में अगली सुनवाई 4 मार्च को होगी।

CBI ने साल 2018 में कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी थी। लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई थी। इसी दौरान राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की। भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बन गए औऱ विनोद वर्मा उनके मीडिया सलाहकार। जिसके बाद सीबीआई की टीम ने केस को दूसरे राज्य में ट्रांसफर के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। सीबीआई ने अपनी अर्जी में दलील दी थी कि मामले के आरोपी प्रभावशाली लोग है और सत्ता में काबिज हैं। गवाहों को प्रभावित किया जा रहा है। उन्हें धमकाया जा रहा है और दूसरे मामलों में फंसाया जा रहा है।

मामला पिछले सात सालों से सुप्रीम कोर्ट में लंबित था। 2023 में राज्य में कांग्रेस की हार के बाद बीजेपी की सरकार ने राज्य में सीबीआई पर लगा बैन हटा दिया था। वहीं सीबीआई ने भी सुप्रीम कोर्ट से अपनी अर्जी वापस ले ली थी।

क्या है मामला?

आपको बता दें 27 अक्टूबर 2017 में एक सेक्स सीडी सामने आई थी। तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर मीडिया कर्मियों को सीडी बांटी थी। जिसमें कांग्रेस नेता ने दावा किया था कि सेक्स सीडी तत्कालीन भाजपा सरकार के एक मंत्री राजेश मूणत की है। हालांकि बाद में खुलासा हुआ था कि अश्लील फिल्म में छेड़छाड़ कर मूणत का चेहरा अलग से लगाया गया था। मामले में रायपुर के सिविल लाइन थाना में अपराध दर्ज किया गया।

मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने खुलासा किया था कि विनोद वर्मा की गिरफ्तारी के साथ ही बड़े पैमाने पर सेक्स सीडी बरामद किया गया।

तत्कालीन बीजेपी की सरकार ने मामले को सीबीआई के सुपुर कर दिया था। मामले में सीबीआई ने भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के अलावा बघेल के करीबी और व्यावसायी विजय भाटिया, रिंकू खनूजा, विजय पंड्या और कैलाश मुरारका को आरोपी बनाया था। मामले के एक आरोपी रिंकू खनूजा की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है।

सितंबर 2018 में तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया था। भूपेश बघेल पर साजिश रचने का आरोप था।

मामले में सीबीाई ने खुलासा किया था कि रिंकू खनूजा और विजय पांड्या ने सीडी बनवाई थी। 14 अगस्त 2017 को रिंकू खनूजा, विजय पांड्या और कैलाश मुरारका मुंबई गए थे। वहां मानस साहू के स्टूडियो में अश्लील सीडी तैयार कराई गई। इसके लिए मानस साहू को 95 हजार रुपये का भुगतान किया गया था। इसके बाद मुरारका ने इस सीडी को गाजियाबाद में पत्रकार विनोद वर्मा को दिया था।

जिसके बाद विनोद वर्मा और कैलाश मुरारका ने तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल से दिल्ली के एक होटल में मुलाकात की थी।