- 20/08/2025
कौन हैं शपथ लेने वाले तीनों मंत्री.. गजेंद्र, खुशवंत, राजेश को मंत्रिमंडल में मिलेगी क्या जिम्मेदारी? पहली बार छत्तीसगढ़ में 14 मंत्रियों की कैबिनेट

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मंत्रिमंडल का बहुप्रतीक्षित विस्तार आज राजभवन के छत्तीसगढ़ मण्डपम् में संपन्न हुआ। राज्यपाल रमेन डेका ने तीन विधायकों—गजेंद्र यादव, राजेश अग्रवाल, और गुरु खुशवंत साहेब—को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस विस्तार के साथ ही छत्तीसगढ़ में पहली बार मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 14 हो गई है, जो राज्य के गठन के बाद एक नया रिकॉर्ड है।
शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11 बजे राजभवन में आयोजित किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्य, विधायक, जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, और राज्यपाल के सचिव डॉ. सी.आर. प्रसन्ना सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। गजेंद्र यादव ने सबसे पहले शपथ ली, इसके बाद राजेश अग्रवाल और गुरु खुशवंत साहेब ने मंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
नए मंत्रियों के बारे में
1. गजेंद्र यादव- दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव यादव समाज से आते हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हैं। पं. रविशंकर विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर गजेंद्र 1999 से 2004 तक नगर निगम में पार्षद रह चुके हैं और दो बार BJP किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री रहे हैं। उनके पिता बिसरा राम यादव छत्तीसगढ़ प्रांत के संघचालक रह चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, उनकी शैक्षणिक पृष्ठभूमि को देखते हुए उन्हें स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, और तकनीकी शिक्षा विभाग सौंपे जा सकते हैं। इसके लिए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा से तकनीकी शिक्षा विभाग लिया जा सकता है।
2. राजेश अग्रवाल- अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल ने 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और तत्कालीन उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंह देव को हराकर सनसनी मचा दी थी। वैश्य समुदाय से आने वाले अग्रवाल सरगुजा क्षेत्र के कद्दावर नेता माने जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति, और आबकारी विभाग की जिमBestमेदारी दी जा सकती है।
3. गुरु खुशवंत साहेब- आरंग से विधायक गुरु खुश। सतनामी समाज के धर्मगुरु गुरु बलदास साहेब के पुत्र खुशवंत ने 2023 में कांग्रेस के दिग्गज शिव डहरिया को हराया था। उनकी सामाजिक और धार्मिक पकड़ को देखते हुए उन्हें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) और खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग मिलने की संभावना है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव से पीएचई विभाग लिया जा सकता है।
पहली बार 14 मंत्रियों की कैबिनेट
छत्तीसगढ़ में 90 सीटों वाली विधानसभा में संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार अधिकतम 13.5 मंत्रियों की नियुक्ति की जा सकती है। अब तक परंपरागत रूप से 13 मंत्रियों की कैबिनेट बनती रही है, लेकिन हरियाणा मॉडल को अपनाते हुए इस बार 14 मंत्रियों की नियुक्ति की गई है। यह विस्तार बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद खाली हुए एक पद और पहले से रिक्त दो पदों को भरने के लिए किया गया। इस विस्तार में क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है।
संभावित विभाग बंटवारा
सूत्रों के अनुसार, नए मंत्रियों को निम्नलिखित विभाग सौंपे जा सकते हैं:
- गजेंद्र यादव : स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, और तकनीकी शिक्षा।
- राजेश अग्रवाल : धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति, और आबकारी विभाग।
- गुरु खुशवंत साहेब : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) और खादी एवं ग्रामोद्योग।
वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास सामान्य प्रशासन, खनिज साधन, ऊर्जा, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर (आबकारी), परिवहन, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, और पर्यटन एवं संस्कृति विभाग हैं। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद उनके विभाग (स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, धार्मिक न्यास, पर्यटन) फिलहाल मुख्यमंत्री के पास हैं। इनमें से कुछ विभाग नए मंत्रियों को सौंपे जाएंगे।
वर्तमान मंत्रियों और उनके विभाग
- विष्णुदेव साय (मुख्यमंत्री) : सामान्य प्रशासन, खनिज साधन, ऊर्जा, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर (आबकारी), परिवहन, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, धार्मिक न्यास, पर्यटन।
- अरुण साव (उपमुख्यमंत्री) : लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विधि और विधायी कार्य, नगरीय प्रशासन।
- विजय शर्मा (उपमुख्यमंत्री): गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी।
- रामविचार नेताम : आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक विकास, कृषि।
- दयालदास बघेल : खाद्य, नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण।
- केदार कश्यप : वन, जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, संसदीय कार्य, कौशल विकास, सहकारिता।
- लखनलाल देवांगन : वाणिज्य, उद्योग, श्रम।
- ओपी चौधरी : वित्त, वाणिज्यिक कर, आवास, पर्यावरण, योजना।
- श्याम बिहारी जायसवाल : लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा।
- टंकराम वर्मा : खेल, युवा कल्याण, राजस्व, आपदा प्रबंधन।
- लक्ष्मी राजवाड़े : महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण।