- 28/07/2024
मन की बात में प्रधानमंत्री ने मांगे सुझाव, 15 अगस्त की स्पीच में शामिल होगी आमजन की राय


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ के 112वें एपिसोड को संबोधित किया। यह रेडियो कार्यक्रम देश- विदेश में काफी लोकप्रिय है।बता दें कि पीएम मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट पेश किए जाने के बाद यह पहला रेडियो कार्यक्रम है।प्रधानमंत्री मोदी आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में देश-विदेश के लोगों के साथ अपने विचार साझा करते हैं।
पीएम मोदी ने ओलंपिक की बात साझा करते हुए कहा कि इस समय पूरी दुनिया में पेरिस ओलंपिक छाया हुआ है।ओलंपिक हमारे खिलाड़ियों को विश्व पटल पर तिरंगा लहराने का मौका देता है, देश के लिए कुछ कर गुजरने का मौका देता है। उन्होंने कहा, ‘इंटरनेशनल मैथ्स ओलंपियाड में 100 से अधिक देशों के युवा प्रतिभागी भाग लेते हैं, और हमारी टीम ने शीर्ष पांच देशों में सफलतापूर्वक स्थान प्राप्त किया है।
मन की बात’ के 112वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात का भी जिक्र किया कि ‘असम के चराईदेव मैदाम को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया जा रहा है। इस सूची में यह भारत का 43वां स्थल होगा, लेकिन पूर्वोत्तर से यह पहला स्थल होगा।
अहोम वंश के लोग पारंपरिक रूप से अपने पूर्वजों के पार्थिव अवशेषों और अपनी कीमती वस्तुओं को मोइडम में रखते थे। चराईदेव मैदाम एक विश्व धरोहर स्थल है। यह अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि इस स्थल को अपनी भविष्य की योजनाओं में शामिल करें।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार ने मानस नाम से एक विशेष केंद्र खोला है, जो नशे के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा कदम है।हाल ही में मानस के लिए हेल्पलाइन और पोर्टल लॉन्च किया गया है।सरकार ने एक टोल-फ्री नंबर 1933 भी जारी किया है।कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करके पुनर्वास से जुड़ी जरूरी सलाह या जानकारी प्राप्त कर सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘आइए ऐसे रंगों की बात करें, जिन्होंने हरियाणा के रोहतक जिले की 250 से अधिक महिलाओं के जीवन में समृद्धि के रंग भर दिए हैं। ये महिलाएं हैंडलूम उद्योग से जुड़ी हैं। कोई भी देश अपनी संस्कृति पर गर्व करके ही तरक्की कर सकता है।भारत में भी ऐसे कई प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास है प्रोजेक्ट परी। आपने सड़कों के किनारे और अंडरपास में दीवारों पर बहुत खूबसूरत पेंटिंग देखी होंगी। ये पेंटिंग और कलाकृतियां परी से जुड़े इन कलाकारों द्वारा ही बनाई गई हैं।