• 31/07/2025

गजब! यहां कर्मचारियों को मिलता है 30 मिनट का ‘मास्टरबेशन ब्रेक’, सोशल मीडिया पर मचा बवाल

गजब! यहां कर्मचारियों को मिलता है 30 मिनट का ‘मास्टरबेशन ब्रेक’, सोशल मीडिया पर मचा बवाल

ऑफिस कल्चर और वर्कप्लेस पॉलिसी को लेकर आए दिन कुछ न कुछ नया सुनने को मिलता है, लेकिन एक स्वीडिश कंपनी की अनोखी नीति ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। एरिका लस्ट फिल्म्स नामक कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए 30 मिनट का ‘मास्टरबेशन ब्रेक’ लागू किया है, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर तीखी और मजेदार प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। कोई इसे ‘एक्स्ट्रा बोल्ड’ बता रहा है, तो कोई इस पर मीम्स और फनी कमेंट्स की बौछार कर रहा है।

क्या है यह अनोखी पॉलिसी?

स्वीडन की एरिका लस्ट फिल्म्स, जो इंडी एडल्ट सिनेमा के लिए जानी जाती है, ने अपने 40 से अधिक कर्मचारियों के लिए यह अनोखी वर्कप्लेस पॉलिसी शुरू की है। कंपनी की संस्थापक एरिका लस्ट ने बताया कि यह पहल कोविड-19 महामारी के दौरान 2021 में एक प्रयोग के तौर पर शुरू हुई थी। इसका मकसद कर्मचारियों के तनाव को कम करना और उनकी मानसिक सेहत को बेहतर करना था। एरिका के मुताबिक, महामारी के दौरान कर्मचारी तनावग्रस्त, कम केंद्रित और चिंतित थे। इस नीति के सकारात्मक परिणाम देखने के बाद मई 2022 में इसे स्थायी रूप से लागू कर दिया गया।

कंपनी ने कर्मचारियों की सुविधा के लिए ऑफिस में एक ‘मास्टरबेशन स्टेशन’ भी बनाया है, जो एक निजी कमरा है जहां कर्मचारी प्राइवेसी के साथ इस ब्रेक का उपयोग कर सकते हैं। एरिका का दावा है कि यह नीति न केवल कर्मचारियों को तनावमुक्त करती है, बल्कि उनकी रचनात्मकता और कार्यक्षमता को भी बढ़ाती है। उन्होंने कहा, “मास्टरबेशन न सिर्फ आपको खुश और रिलैक्स करता है, बल्कि यह आपकी फोकस और प्रोडक्टिविटी को भी बढ़ाता है।”

सोशल मीडिया पर बवाल

इस नीति की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली, लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दीं। कुछ ने इसे मजेदार और इनोवेटिव बताया, तो कुछ ने तंज कसते हुए मीम्स बनाए। एक यूजर ने लिखा, “पहले लोग अनुशासन ढूंढते थे, अब जानबूझकर अव्यवस्था की तलाश कर रहे हैं।” एक अन्य ने मजाक में कहा, “बस हिडन कैमरा मत लगा देना!” कुछ यूजर्स ने इसे सकारात्मक पहल बताते हुए कमेंट किया, “स्ट्रेस मिटाने का क्या गजब तरीका है!” वहीं, एक यूजर ने मजाक में पूछा, “क्या इस कंपनी में हायरिंग चल रही है?”

एरिका लस्ट, जो स्वयं को ‘एथिकल पोर्न की रानी’ कहती हैं, इस नीति को केवल तनावमुक्ति तक सीमित नहीं मानतीं। उनका कहना है कि यह यौन स्वास्थ्य और कल्याण को सामान्य बनाने की दिशा में एक कदम है। एरिका का मानना है कि यौन कल्याण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से गहराई से जुड़ा है, और इसे उतना ही सम्मान मिलना चाहिए जितना अन्य स्वास्थ्य पहलुओं को। उनकी कंपनी न केवल इस नीति के लिए चर्चा में है, बल्कि फेमिनिस्ट और एथिकल एडल्ट सिनेमा के लिए भी जानी जाती है।

एरिका लस्ट की इस नीति ने न केवल स्वीडन, बल्कि दुनियाभर में कार्यस्थल कल्याण को लेकर बहस छेड़ दी है। कुछ लोग इसे कर्मचारी कल्याण की दिशा में एक साहसिक कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे अनुचित और विवादास्पद बता रहे हैं। इस नीति की खबर ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अन्य कंपनियां भी इस तरह के प्रयोग अपनाएंगी।

यह अनोखी पॉलिसी निश्चित रूप से कार्यस्थल के पारंपरिक नियमों को चुनौती देती है और कर्मचारी कल्याण को लेकर नए दृष्टिकोण की चर्चा को हवा दे रही है।