- 10/08/2025
वोट चोरी की करें शिकायत.. मिस्ड कॉल या वेबसाइट पर; चुनाव आयोग से आर-पार की लड़ाई के मूड में राहुल गांधी

फर्जी मतदाता मामले में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने कड़ी फटकार लगाई है। आयोग ने राहुल गांधी से नियमों के अनुसार स्पष्ट घोषणा और शपथ पत्र प्रस्तुत करने या अपने “झूठे और भ्रामक” आरोपों के लिए देश से सार्वजनिक माफी मांगने को कहा है। जवाब में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान करते हुए ‘वोट चोरी’ के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है।
रविवार (10 अगस्त) को राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “वोट चोरी ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत पर हमला है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए साफ-सुथरी मतदाता सूची अनिवार्य है।” उन्होंने चुनाव आयोग से पारदर्शिता की मांग की और डिजिटल मतदाता सूची को सार्वजनिक करने की बात कही, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका ऑडिट कर सकें। राहुल ने लोगों से इस अभियान में शामिल होने की अपील करते हुए वेबसाइट http://votechori.in/ecdemand और मिस्ड कॉल नंबर 9650003420 पर समर्थन मांगा। उन्होंने इसे लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई करार दिया।
वोट चोरी ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत पर हमला है।
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के लिए साफ़-सुथरी मतदाता सूची अनिवार्य है।
चुनाव आयोग से हमारी मांग साफ़ है – पारदर्शिता दिखाएं और डिजिटल मतदाता सूची सार्वजनिक करें, ताकि जनता और राजनीतिक दल उसका खुद ऑडिट… pic.twitter.com/BIahCz2YBb
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 10, 2025
चुनाव आयोग की आपत्ति
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाए गए आरोपों पर कड़ा रुख अपनाया। आयोग ने कहा कि राहुल ने आदित्य श्रीवास्तव के मामले का हवाला दिया, जबकि इस मामले में 2018 में ही कार्रवाई हो चुकी है। आयोग ने स्पष्ट किया कि राहुल के आरोप तथ्यों पर आधारित नहीं हैं और इनसे आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाने की कोशिश की गई है। ECI ने जोर देकर कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास बनाए रखने के लिए नेताओं को तथ्यों और सबूतों के साथ बयान देना चाहिए।
राहुल गांधी ने हाल ही में फर्जी मतदाताओं को लेकर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। उन्होंने दावा किया था कि मतदाता सूची में गड़बड़ियां लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। जवाब में आयोग ने उनके दावों को निराधार बताया और कहा कि मतदाता सूची को पारदर्शी और निष्पक्ष रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ अभियान ने इस विवाद को और हवा दी है। कांग्रेस का यह कदम चुनाव आयोग के साथ सीधे टकराव की ओर इशारा करता है। राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है, और यह देखना बाकी है कि इस अभियान का असर और आयोग की अगली कार्रवाई क्या होगी।