- 26/10/2023
कतर में इंडियन नेवी के पूर्व 8 अफसरों को फांसी की सजा, ये है आरोप
जासूसी के मामले में इंडियन नेवी के 8 पूर्व अफसरों को कतर की एक अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। नेवी के इन पूर्व अफसरों को पिछले साल कतर में गिरफ्तार किया गया था। फांसी की सजा पर भारत सरकार ने हैरानी जताई है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए कानूनी विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया, “हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं और सभी कानूनी विकल्प तलाश रहे हैं। इस मामले को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। फैसले को कतर के अधिकारियों के सामने भी उठाएंगे।”
कतर की अदालत ने जिन 8 पूर्व नेवी अफसरों को फांसी की सजा सुनाई है उनमें कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन बीरेन्द्र कुमार वर्मा, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर पूर्णेन्दू तिवारी, कमांडर सुगुनाकर पकाला और सेलर रागेश शामिल हैं। कमांडर पूर्णेन्दू तिवारी राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित हैं। इन्हें साल 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रवासी भारतीय पुरस्कार से सम्मानित किया था।
ये सभी पूर्व अफसर कतर की एक निजी कंपनी दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजी एवं कंसल्टेंसीज सर्विसेज में काम करते थे। यह कंपनी कतरी एमिरी नौसेना को ट्रेनिंग और अन्य सेवाएं प्रदान करती है।