• 06/04/2025

बैडमिंटन कोच की घिनौनी करतूत: आधा दर्जन से ज्यादा नाबालिग लड़कियों से रेप, फिर ब्लैकमेल कर मंगाता था न्यूड फोटो

बैडमिंटन कोच की घिनौनी करतूत: आधा दर्जन से ज्यादा नाबालिग लड़कियों से रेप, फिर ब्लैकमेल कर मंगाता था न्यूड फोटो

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बैडमिंटन कोच पर नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार और उन्हें ब्लैकमेल करने का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने 26 साल के इस कोच, जिसकी पहचान सुरेश बालाजी के रूप में हुई है, को गिरफ्तार कर लिया है।। यह आरोपी तमिलनाडु का रहने वाला है और हुलिमावु इलाके के एक बैडमिंटन कोचिंग सेंटर में प्रशिक्षक के तौर पर काम करता था।

पुलिस के मुताबिक, सुरेश ने अपनी स्थिति का गलत फायदा उठाते हुए कोचिंग सेंटर में प्रशिक्षण लेने वाली कई नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक 16 साल की पीड़िता ने अपनी दादी के फोन से गलती से कोच को एक नग्न तस्वीर भेज दी। इसके बाद कोच ने इस तस्वीर का इस्तेमाल कर लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जांच के दौरान पुलिस ने सुरेश के मोबाइल फोन से 13 से 16 साल की उम्र की कम से कम आठ (8) नाबालिग लड़कियों की नग्न तस्वीरें और वीडियो बरामद किए, जो इस बात का सबूत हैं कि उसने कई लड़कियों को अपना शिकार बनाया था।

पुलिस ने बताया कि सुरेश पीड़िताओं को निजी तौर पर मिलने के लिए बुलाता था और उसे अपने घर ले जाकर उसका यौन शोषण करता था। पीड़िता ने स्वीकार किया कि वह अपनी डांस क्लास और ट्यूशन छोड़कर करीब 25 बार कोच के घर गई, जहां उसके साथ बलात्कार किया गया।

इस घिनौने कृत्य का पता तब चला जब दादी के फोन से भेजी गई तस्वीर के बाद पीड़िता की मां को शक हुआ और उसने अपनी बेटी से पूछताछ की। इसके बाद मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर हुलिमावु पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ के दौरान सुरेश ने कई बार पीड़िता के साथ यौन संबंध बनाने की बात कबूल की और यह भी स्वीकार किया कि उसने उसकी नग्न तस्वीरें अपने फोन में रखी थीं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस कोच ने और कितनी लड़कियों को अपना शिकार बनाया और क्या इसमें कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था।

इस घटना ने शहर में हड़कंप मचा दिया है और अभिभावकों में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपने बच्चों के व्यवहार पर नजर रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें। यह मामला खेल और शिक्षा संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, साथ ही ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को तेज करता है।

फिलहाल सुरेश को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है।