- 31/05/2025
मानव तस्करी: छत्तीसगढ़ की 16 साल की आदिवासी लड़की को दिल्ली में बेचा, देहरादून में फंसी; फोन कर लगाई गुहार

छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले की 16 वर्षीय आदिवासी लड़की पूनम लकड़ा को एक महिला दलाल ने काम दिलाने के बहाने दिल्ली में बेच दिया। डेढ़ साल बाद नाबालिग ने परिजनों से फोन पर संपर्क कर देहरादून में फंसे होने की बात बताई। परिजनों ने सीतापुर थाने में शिकायत दर्ज की, और पुलिस ने उसे जल्द मुक्त कराने का आश्वासन दिया है।
पेटला गांव निवासी सुंदर लकड़ा की बेटी पूनम, जो कक्षा 10वीं की छात्रा थी, को डेढ़ साल पहले गांव की ही रीना नामक महिला दिल्ली ले गई थी। रीना ने परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी, जिससे पूनम की पढ़ाई छूट गई। परिजनों ने डेढ़ साल तक बेटी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
महिला दलाल की वापसी, पूनम गायब
हाल ही में रीना गांव लौटी, लेकिन पूनम उसके साथ नहीं थी। परिजनों की पूछताछ पर रीना ने बताया कि पूनम काम पर है। कुछ दिनों बाद पूनम ने फोन पर परिजनों को बताया कि उसे दिल्ली में बेच दिया गया और अब वह देहरादून में है। उसे घर का काम करने को मजबूर किया जा रहा है, और फोन पर बात करने की इजाजत भी नहीं है। रोते हुए उसने परिजनों से उसे वापस लाने की गुहार लगाई।
एनजीओ की मदद से थाने में शिकायत
ह्यूमन ट्रैफिकिंग रोकने वाली एनजीओ पथ प्रदर्शक को पूनम के लापता होने की जानकारी मिली। इसके बाद एनजीओ के सदस्य पेटला गांव पहुंचे और परिजनों को साथ लेकर शनिवार, 31 मई 2025 को सीतापुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज की।
पहले भी आ चुके हैं ऐसे मामले
सरगुजा के सीतापुर और मैनपाट क्षेत्रों में पहले भी कई लड़कियों को काम के बहाने दिल्ली ले जाकर बेचने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। प्रशासनिक सख्ती और जागरूकता के बावजूद यह समस्या पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। क्षेत्र से अभी भी कई लड़कियां लापता हैं, जिनका कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पूनम को जल्द मुक्त कराने का भरोसा दिया है।