- 03/07/2025
महादेव सट्टेबाजी एप केस में ED की छापेमारी, मंडप से फरार हुआ सौरभ, तीन अन्य आरोपी गिरफ्तार

राजस्थान की राजधानी जयपुर के कूकस स्थित फाइव स्टार होटल फेयर माउंट में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रायपुर (छत्तीसगढ़) की टीम ने चर्चित महादेव बेटिंग एप केस में वांछित आरोपी सौरभ आहूजा को पकड़ने के लिए छापेमारी की। इस दौरान एक शादी समारोह में बैंड-बाजे और बारात के बीच मंडप से दूल्हा सौरभ आहूजा फरार हो गया, जिससे दुल्हन और मेहमान स्तब्ध रह गए।
मंडप से दूल्हे का भागना, ED की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, ED को गुप्त सूचना मिली थी कि महादेव बेटिंग एप घोटाले में वांछित सौरभ आहूजा जयपुर के फेयर माउंट होटल में अपनी शादी के लिए पहुंचा है। ED ने सौरभ को फेरे लेने के बाद पकड़ने की योजना बनाई थी, ताकि शादी समारोह बाधित न हो। हालांकि, सौरभ को इसकी भनक लग गई और उसने मंत्रोच्चार शुरू होने से पहले ही मंडप छोड़कर फरार हो गया। ED ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसी केस से जुड़े तीन अन्य आरोपियों, जिनमें प्रणवेंद्र भी शामिल हैं, को हिरासत में लिया और रायपुर ले गई।
ED ने की दुल्हन और परिवारों से पूछताछ
छापेमारी के बाद ED अधिकारियों ने दुल्हन और दोनों परिवारों (वर और वधू पक्ष) से पूछताछ की, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। होटल के कई कमरों की तलाशी ली गई और कुछ डिजिटल साक्ष्य व अन्य सामग्री जब्त की गई। सूत्रों के अनुसार, सौरभ आहूजा ने ED अधिकारियों को चकमा देकर भागने में सफलता पाई, जिसके बाद जांच एजेंसी ने उसकी तलाश तेज कर दी है।
महादेव बेटिंग एप और सौरभ आहूजा का कनेक्शन
महादेव बेटिंग एप भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटालों में से एक है, जिसमें करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन का आरोप है। ED की जांच में सामने आया कि भोपाल निवासी सौरभ आहूजा और उनके परिवार ने इस घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर की दुबई में हुई शादी के लिए हवाला के जरिए फ्लाइट टिकट बुक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस शादी में कई बॉलीवुड हस्तियों को शामिल होने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट्स से ले जाया गया था, जिसमें करीब 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए गए थे।
ED की जांच के अनुसार, महादेव बेटिंग एप एक संगठित सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है, जो क्रिकेट, फुटबॉल, और अन्य खेलों पर अवैध सट्टेबाजी के साथ-साथ मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला के जरिए धन को विदेशी खातों में ट्रांसफर करता है। इस नेटवर्क का संचालन मुख्य रूप से दुबई से सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल द्वारा किया जाता है, दोनों भिलाई (छत्तीसगढ़) के निवासी हैं।
ED की कार्रवाई और जांच का दायरा
रायपुर की ED टीम ने इस केस में पहले भी जयपुर में छापेमारी की थी। 16 अप्रैल को जयपुर के सोडाला इलाके में एक ड्राई फ्रूट कारोबारी भरत दाधीच के घर पर छापा मारा गया था। इस बार की कार्रवाई में ED ने होटल में ठहरे कुछ अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया और उनके खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत पूछताछ की। जांच में डिजिटल साक्ष्य और अवैध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
महादेव बेटिंग एप घोटाले में अब तक कई बड़े खुलासे हो चुके हैं। ED ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और दो चार्जशीट दाखिल की हैं। इस घोटाले का अनुमानित मूल्य 6,000 करोड़ रुपये से अधिक है, जिसमें बॉलीवुड हस्तियों और राजनेताओं के शामिल होने के भी आरोप हैं।
ED अब सौरभ आहूजा की तलाश में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, और अन्य संभावित स्थानों पर अपनी जांच तेज कर रही है। सूत्रों का कहना है कि इस हाई-प्रोफाइल मामले में जल्द ही और नाम सामने आ सकते हैं। जयपुर में हुई इस नाटकीय छापेमारी ने एक बार फिर महादेव बेटिंग एप घोटाले को सुर्खियों में ला दिया है, और यह सवाल उठ रहा है कि क्या इस नेटवर्क के मुख्य सरगनाओं को जल्द पकड़ा जा सकेगा।