• 26/09/2025

रायपुर में पकड़ाए नक्सली पति-पत्नी, अफसरों के घरों पर की नौकरी, होंगे कई अहम खुलासे

रायपुर में पकड़ाए नक्सली पति-पत्नी, अफसरों के घरों पर की नौकरी, होंगे कई अहम खुलासे

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीडी नगर थाना क्षेत्र के चंगोराभाठा इलाके में एक किराए के मकान से नक्सली पति-पत्नी को गिरफ्तार किया गया। ये अर्बन नक्सली कई वर्षों से शहर में सक्रिय थे और संवेदनशील जानकारी इकट्ठा कर संगठन को भेज रहे थे। गिरफ्तार दंपति ने फर्जी पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर मकान लिया था और इलाज का बहाना बनाया था।

आरोपी दंपति की पहचान और पृष्ठभूमि

गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान जग्गू उर्फ रमेश कुरसम (28 वर्ष) और कमला कुरसम (27 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों मूल रूप से बीजापुर जिले के गंगालूर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस को शक है कि ये पति-पत्नी 2017-18 से नक्सली संगठन में सक्रिय हैं और पिछले 5-6 वर्षों से रायपुर के विभिन्न इलाकों में छिपकर रह रहे थे। वर्तमान में वे चंगोराभाठा में एक किराए के मकान में शिफ्ट हुए थे, जो उन्होंने करीब एक महीने पहले लिया था।

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शुरुआती पूछताछ में खुलासा हुआ कि रमेश कुरसम ने कई बड़े सरकारी अधिकारियों के घरों पर ड्राइवर और गार्ड की नौकरी की है। इससे वे संगठन के लिए महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी जुटा रहे थे। मकान मालिक को कमला ने फर्जी आधार कार्ड दिखाकर किराया समझौता कराया था, जिसमें उसका नाम बदल दिया गया था। दंपति ने मकान लेने का कारण अस्पताल में इलाज बताया था, ताकि संदेह न हो।

इंटेलिजेंस इनपुट पर कार्रवाई

रायपुर पुलिस को इंटेलिजेंस एजेंसी से गुप्त सूचना मिली थी कि एक पुरुष-महिला जोड़ा शहरी नक्सली नेटवर्क का हिस्सा है। ये लगातार नक्सली संगठन को विभिन्न प्रकार की सूचनाएं भेजकर सहायता प्रदान कर रहे थे। सूचना के आधार पर डीडी नगर पुलिस ने चंगोराभाठा में मकान की घेराबंदी की। मकान के अंदर दोनों आरोपी मौजूद थे और शुरू में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन सख्त पूछताछ के बाद उनका असली चेहरा सामने आ गया।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को आरोपियों के कब्जे से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए हैं। इनसे उनकी नक्सली गतिविधियों और भूमिका का और खुलासा होने की उम्मीद है।

कोर्ट में पेशी और आगे की जांच

गुरुवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को बिलासपुर स्थित NIA कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने कमला कुरसम को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है, जबकि रमेश कुरसम को पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। पूछताछ में यह पता लगाया जाएगा कि उन्होंने संगठन को किस प्रकार की जानकारियां भेजीं और किन-किन अधिकारियों के यहां काम किया। फिलहाल इस मामले में आधिकारिक एजेंसियों की ओर से कोई अतिरिक्त बयान जारी नहीं किया गया है।