• 18/10/2025

मां-बेटी की मिली लाश: बेटी का घोंटा गला.. फिर लगा ली फांसी, बेटा जान बचाकर भागा; जानें क्या है मामला

मां-बेटी की मिली लाश: बेटी का घोंटा गला.. फिर लगा ली फांसी, बेटा जान बचाकर भागा; जानें क्या है मामला

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के शिकारीपारा वार्ड में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात अपनी 10 वर्षीय बेटी का साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसी साड़ी के आधे हिस्से को काटकर पंखे में बांधकर खुद फांसी लगा ली। महिला के 13 वर्षीय बेटे ने किसी तरह कमरे से भागकर अपनी जान बचाई। महिला के पति पुलिस कांस्टेबल थे, तीन साल पहले सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने घटना को मानसिक असंतुलन से प्रेरित बताया है और मर्ग जांच शुरू कर दी है।

भयावह घटना की पूरी कहानी

घटना बालोद शहर थाना क्षेत्र के शिकारीपारा वार्ड की है। मृतका निकिता पटौदी (37) पति की मौत के बाद मायके में रह रही थीं। वे पिछले कुछ वर्षों से मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं और अक्सर अजीब हरकतें करती रहती थीं। शुक्रवार-शनिवार की रात करीब 1 बजे निकिता ने पहले अपने बेटे 13 साल के बेटे रेवेंद्र पटौदी का गला दबाने की कोशिश की। रेवेंद्र किसी तरह खुद को छुड़ाकर भाग गया और बिना किसी को बताए मौसी के कमरे में जाकर सो गया।

इसके बाद निकिता ने उसी कमरे में सो रही अपनी बेटी 10 साल की बेटी वैभवी पटौदी का साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद निकिता ने साड़ी का आधा हिस्सा काटा और पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। सुबह करीब 7 बजे पड़ोसी, जो घर के पीछे पुताई कर रहा था, वेंटिलेशन से झांककर कमरे के अंदर का भयावह दृश्य देखा। उसने तुरंत परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को कॉल किया।

पति की मौत ने तोड़ी जिंदगी

निकिता के पिता पंवर सिंह सोरी ने बताया, “निकिता की शादी ग्राम सांकरी (लाटाबोड़) में रविशंकर पटौदी से हुई थी, जो दल्लीराजहरा थाने में आरक्षक के पद पर तैनात थे। तीन साल पहले कुसुमकसा के पास सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। उसके बाद निकिता की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी। वह मायके शिकारीपारा में रह रही थी और कई बार अजीब हरकतें करती थी। लेकिन हमने कभी कल्पना भी न की थी कि वह इतना कठोर कदम उठा लेगी।” परिजनों ने कहा कि दोनों बच्चे बालोद में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। वैभवी दीवाली की तैयारी में जुटी हुई थी, लेकिन अब घर पर मातम पसर गया है।

पुलिस जांच: मानसिक असंतुलन की आशंका

बालोद एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने बताया, “घटना संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि निकिता ने पहले बेटी की हत्या की, फिर खुद आत्महत्या कर ली। परिजनों के अनुसार, वह मानसिक रूप से अस्वस्थ थी। मर्ग कायम कर दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने पर मौत का सटीक कारण स्पष्ट हो जाएगा। बेटे रेवेंद्र का बयान दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल कोई अन्य संदिग्ध तत्व नजर नहीं आ रहा, लेकिन जांच जारी है।” पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया था।

अंतिम संस्कार: गृह ग्राम में मातम

निकिता और वैभवी के शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं। दोनों का अंतिम संस्कार उनके गृह ग्राम सांकरी (लाटाबोड़) में किया जा रहा है। बेटे रेवेंद्र को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है और पड़ोसियों ने परिवार को सांत्वना दी।