• 29/09/2022

ASI की नई खोज: पुरातत्व विभाग को यहां से मिली हजारों साल पुरानी 26 मंदिर, 1500 साल पुरानी गुफाएं

ASI की नई खोज: पुरातत्व विभाग को यहां से मिली हजारों साल पुरानी 26 मंदिर, 1500 साल पुरानी गुफाएं

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मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पुरातत्व के सर्वे के दौरान 26 प्राचीन गुफाएं मिली हैं. साथ ही  2 से 5वीं शताब्दी की गुफाओं के साथ 26 प्राचीन मंदिरों की शृंखला भी पुरातत्व विभाग को मिली हैं. इनमें भगवान विष्णु की शयन मुद्रा की प्रतिमा के साथ बड़ी-बड़ी वराह की प्रतिमा भी मिली हैं.

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने बताया कि  कुछ गुफाओं में बौद्ध गुफा के समय के भी सबूत मिले हैं. बौद्ध धर्म से संबंधित होने का प्रमाण हमें मिला है. महाराष्ट्र में जिस तरह की गुफाएं होती हैं, ऐसी गुफाएं मिली हैं. विभाग ने बताया कि ASI जबलपुर सर्कल की टीम द्वारा अब तक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में आने वाले लगभग 170 वर्ग किमी क्षेत्र को सर्वे में कवर किया गया है. अभी यह सर्वे जारी रहेगा.

पुरातत्व विभाग के मुताबिक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व 1100 स्कावायर मीटर में फैला है. ASI जबलपुर सर्कल ने बताया कि अभी एक जोन में सर्च अभियान चला है. यहां मिलीं पत्थर की प्राचीन गुफाएं मानव द्वारा बनाई गई हैं. इनमें बौद्ध धर्म से जुड़े कई अहम तथ्य मिले हैं. उन्होंने बताया कि यहां काम करना आसान नहीं होता क्योंकि टाइगर रिजर्व है. फॉरेस्ट विभाग की परमिशन लेकर अभियान चलाया गया है.

बताया जा रहा है कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पहली बार 1938 में यहां सर्वे किया था. वहीं एएसआई इसी साल मई और जून में अपने पहले चरण के फेज में 26 प्राचीन मंदिरों के अवशेष, 26 गुफाएं, 2 मठ, 2 स्तूप, 24 अभिलेख, 46 प्रतिमाएं, 20 बिखरे हुए अवशेष और 19 जल सरंचनाओं के साथ ही मुगल कालीन और शर्की शासकों के सिक्के खोज निकाले हैं.
ASI के सुप्रीटेंडेंट शिवाकांत वाजपेई ने बताया कि बांधवगढ़ में भगवान विष्णु व भगवान गणेश की विशाल प्रतिमाएं मिली है. इसमें भगवान विष्णु की शेष शैय्या पर लेटी हुई मूर्ति भी शामिल है. इसके अलावा अन्य मंदिर और मूर्तिया मिली हैं. यहां से एक वराह प्रतिमा मिली है. साथ ही मनौती स्तूप और बौद्ध स्तूप युक्त स्तंभ महत्वपूर्ण है.
जानकारी के मुताबिक ये 26 मंदिर कलचुरी कालीन की बताई जा रहीं हैं. यानी 9वीं से 11वीं शताब्दी तक के बौद्ध कालीन मंदिर हैं. इसमें दो बौद्ध मठ, दो स्तूप, 24 ब्राह्मी लिपी , 46 मूर्तियां और दूसरी शताब्दी से लेकर 15वीं शताब्दी की 19 पानी की संरचना मिली हैं. 46 मूर्तियां जो मिली हैं, उसमें सबसे बड़ी मूर्ति वराह की है. इन गुफाओं में बौद्ध धर्म से जुड़े कई रोचक तथ्य सामने आए हैं.