- 17/05/2025
भिलाई से बांग्लादेशी घुसपैठिये गिरफ्तार, ज्योति बनकर रह रही शाहिदा और पति पकड़े गए, फर्जी आधार-पैन कार्ड बरामद


दुर्ग जिले में पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। चार दिन के भीतर दूसरी बड़ी कार्रवाई में STF ने भिलाई के सुपेला से एक बांग्लादेशी दंपती को गिरफ्तार किया है। दंपती ने फर्जी दस्तावेज बनवाकर अपनी पहचान छिपाई थी। महिला घरेलू काम करती थी, जबकि उसका पति इंडस्ट्रीज में मजदूरी करता था।
STF की कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी कि सुपेला की कांट्रैक्टर कॉलोनी में एक दंपती अवैध रूप से रह रहा है। जांच में पता चला कि दोनों बांग्लादेशी नागरिक हैं और उनके वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी है। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में महिला ने अपना नाम ज्योति बताया, जबकि पुरुष ने खुद को रासेल शेख बताया। गहन जांच में महिला का असली नाम शाहिदा खातून (35) और पुरुष का नाम मो. रासेल शेख निकला।
फर्जी दस्तावेज और पहचान
पुलिस ने खुलासा किया कि शाहिदा ने भिलाई में किराए के मकान में रहते हुए फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र और पासपोर्ट बनवाया था। दोनों इंटरनेट कॉल और वॉट्सएप के जरिए बांग्लादेश में अपने परिजनों से संपर्क में थे। शाहिदा का वीजा 13 सितंबर 2018 को और रासेल का वीजा 12 अप्रैल 2020 को समाप्त हो गया था, फिर भी वे अवैध रूप से भारत में रह रहे थे।
2009 से भारत में घुसपैठ
एसपी विजय अग्रवाल के अनुसार, शाहिदा 2009 में बांग्लादेश-भारत के बोंगा बॉर्डर को अवैध रूप से पार कर पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना पहुंची थी। वहां से हावड़ा होते हुए मुंबई गई, जहां उसकी मुलाकात रासेल से हुई। दोनों ने 2017 में शादी की और पश्चिम बंगाल में कुछ समय बिताने के बाद बांग्लादेश लौट गए। 2017 में वीजा और पासपोर्ट के जरिए भारत वापस आए, लेकिन वापस नहीं गए। रासेल दिल्ली में लूट के एक मामले में पहले से आरोपी रह चुका है, जिसकी जांच भी की जा रही है।
दूसरी कार्रवाई
इससे पहले बुधवार को STF ने एक अन्य बांग्लादेशी महिला को अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह दो साल से फर्जी आधार कार्ड और नाम के साथ किराए के मकान में रह रही थी। पुलिस ने मकान मालिक को भी वेरिफिकेशन न कराने के लिए हिरासत में लिया था।
पुलिस ने दंपती के खिलाफ फॉरेनर्स एक्ट और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। उनके फर्जी दस्तावेजों और आपराधिक गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है। STF अवैध घुसपैठियों के खिलाफ अभियान को और तेज करने की योजना बना रही है।