• 13/09/2022

छत्तीसगढ़ के 21 परिवारों से बच्चों सहित जम्मू-कश्मीर में कराया जा रहा बंधुआ मजदूरी, वीडियो भेज लगाई गुहार

छत्तीसगढ़ के 21 परिवारों से बच्चों सहित जम्मू-कश्मीर में कराया जा रहा बंधुआ मजदूरी, वीडियो भेज लगाई गुहार

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रोजी रोटी कमाने गए छत्तीसगढ़ के 21 परिवारों को जम्मू-कश्मीर में बंधक बनाकर बंधुआ मजदूरी कराई जा रही है। जिन मजदूरों को बंधक बनाया गया है उनमें 20 परिवार जांजगीर चांपा और 1 बलौदा बाजार जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने ईंट भट्ठे के मालिक के चंगुल से छुड़ाने के लिए वीडियो भेजकर जिला प्रशासन से गुहार लगाई है।

इन 21 परिवारों में 50 महिला-पुरुष और 40 बच्चे शामिल हैं जो कि बडगाम जिले के चडूरा थाना क्षेत्र स्थित मगरेपुरा गांव के एक ईंट भट्ठे में बंधुआ मजदूरी कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि नेशनल कैंपेन फॉर इरेडिकेशन ऑफ बॉन्डेड लेबर ने 9 सितंबर को मजदूरों से बंधुआ मजदूरी कराए जाने की शिकायत डिप्टी कमिश्नर से की थी। लेकिन बडगाम जिला प्रशासन ने मजदूरों को रिहा कराने के लिए अभी तक कोई कदम नहीं उठाया।

संस्था द्वारा जांजगीर-चांपा के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा को भी मजदूरों को बंधक बनाए जाने की शिकायत मेल द्वारा भेजी गई थी।

मजदूरों का कहना है कि उन्हें 10 हजार एडवांस देकर काम करने जम्मू-कश्मीर ले जाया गया। बच्चों सहित उन्होंने यहां दिन-रात काम कर रहे हैं। लेकिन उन्हें मजदूरी दी जा रही है और न ही हिसाब ही बताया जा रहा है। 4 महीने हो गए हैं। कई मजदूर ऐसे हैं जो बीमार हो गए हैं लेकिन पैसे नहीं होने की वजह से इलाज नहीं करा पा रहे हैं।

एक मजदूर के मुताबिक ईंट भट्ठा मालिक से उसे 1 लाख से ज्यादा लेना है लेकिन पैसे मांगने से वह उऩ्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। अब वे अपने गांव वापस लौटना चाहते हैं लेकिन ईंट भट्ठा मालिक और ठेकेदार उन्हें वहां से वापस नहीं आने दे रहा है।