• 17/04/2023

SDM ने दी धमकी- ‘दुबारा कॉल किया तो पीटूंगा’, राशन समस्या को लेकर सरपंच पति ने अफसर को किया था फोन

SDM ने दी धमकी- ‘दुबारा कॉल किया तो पीटूंगा’, राशन समस्या को लेकर सरपंच पति ने अफसर को किया था फोन

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छत्तीसगढ़ में ब्यूरोक्रेसी की मनमानी को लेकर विपक्ष लगातार आरोप लगाते आ रहा है। इन सबके बीच एक ऑडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक IAS अफसर द्वारा कॉल करने वाले को पीटने की धमकी दी जा रही है। धमकी देने वाला IAS अफसर कांकेर में SDM के पद पर पदस्थ हैं।

मामला कांकेर जिला का है। यहां भानुप्रतापपुर विधानसभा के साल्हे गांव में महीने भर पहले राशन सामग्री की कमी आ गई थी। गांव के कई लोगों को राशन नहीं मिल पाया था। साल्हे गांव की सरपंच पति खिलावन आंचला के मुताबिक उन्होंने फूड इंस्पेक्टर को कॉल किया था। लेकिन नेटवर्क की समस्या की वजह से उनसे बात नहीं हो पाई।

समस्या बताने के लिए उन्होंने भानुप्रतापपुर एसडीएम प्रतीक जैन को कॉल किया। खिलावन आंचला का आरोप है कि उन्होंने  पीटने की धमकी दी। इस मामले की शिकात उन्होने कलेक्टर और विधायक सविता मंडावी से भी की है। लेकिन अभी तक अफसर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

दोनों के बीच हुई बातचीत के अंश

खिलावन आंचला – नमस्ते सर
एसडीएम प्रतीक जैन – कौन बोल रहा है
खिलावन आंचला – मै साल्हे से खिलावन आंचला बोल रहा हूं
एसडीएम – तुमसे मुझे कोई बात नहीं करनी है। अगली बार दुबारा कॉल किया ना तो कसम से बहुत पीटूंगा बता देता हूं।

शिकायत के बाद भी जब अधिकारी पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई तो खिलावन आंचला ने ये ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।

बार-बार फोन कर वो परेशान करते रहते हैं- SDM

इस मामले में हम ने एसडीएम प्रतीक जैन से बात की तो उन्होंने कहा, “उनकी कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है सरपंच पति कोई पद नहीं होता है। अगर गांव में कोई समस्या है तो सरपंच, पंच, कोटवार, पटेल बहुत से पदाधिकारी होते हैं, उनके द्वारा कोई भी आवेदन पेश नहीं किया गया। न ही ग्रामवासियों द्वारा कोई आवेदन पेश किया गया है। बार-बार फोन कर किसी भी अधिकारी को फोन करके परेशान करने की उनकी प्रवृत्ति रही है। जानबूझकर फोन कर मुझे वो परेशान कर रहे थे। जब मैं ने उनका फोन नहीं उठाया तो उन्होंने दूसरे नंबर से फोन करके परेशान करना शुरु कर दिया, इसलिए  मैं ने उन्हें कहा जो कहा। जिस समस्या की वो बात कर रहे हैं उसका निराकरण मैं ने बहुत पहले ही कर दिया था। जिस दुकान की समस्या के बारे में वो बात कर रहे हैं वो जिस दुकान में समस्या है वो ग्राम पंचायत ही चला रही है। यदि ग्राम पंचायत ही चला रही है तो आप समस्या लेकर सरपंच के पास जाओ।”

गौरतलब है कि यह इलाका छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के अंतर्गत आता है। बस्तर आदिवासी बहुल इलाका है यहां प्रदेश में कुपोषण की दर सबसे ज्यादा है। राज्य सरकार कुपोषण दूर करने के लिए कई तरह की योजनाएं भी चलाती है।