- 04/09/2025
शिखर धवन पर ED का शिकंजा: अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ, रडार पर ये बड़े नाम भी

पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार क्रिकेट के मैदान से नहीं, बल्कि एक गंभीर कानूनी जांच के कारण। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धवन को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। धवन आज, 4 सितंबर 2025 को सुबह 11 बजे ईडी के दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश होंगे।
क्या है मामला?
ईडी की जांच एक अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म से जुड़ी है, जिसमें धवन की तस्वीरों के प्रचार में इस्तेमाल होने का विवाद सामने आया है। एजेंसी इस बात की तहकीकात कर रही है कि क्या धवन ने इस ऐप के प्रचार में अपनी छवि का उपयोग अपनी सहमति से किया और क्या इसके बदले कोई वित्तीय लेन-देन हुआ, जो मनी लॉन्ड्रिंग के दायरे में आता हो। यह जांच धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है।
सुरेश रैना से भी हुई पूछताछ
इससे पहले, पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना से भी इसी मामले में ईडी ने 8 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार, रैना का नाम 1xBet नामक एक प्रतिबंधित सट्टेबाजी ऐप के प्रचार से जुड़ा था। ईडी ने उनके बयान दर्ज कर यह जानने की कोशिश की थी कि उनके इस ऐप से संबंध, प्रचार से हुई कमाई, और संचार के माध्यम क्या थे।
गूगल और मेटा भी जांच के दायरे में
ईडी ने इस मामले में गूगल और मेटा जैसी दिग्गज टेक कंपनियों को भी नोटिस जारी किया है। इन कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म पर प्रचारित करने की अनुमति दी। हाल ही में, ‘परिमैच’ नामक सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ कई राज्यों में छापेमारी भी की गई थी। ईडी का कहना है कि ये ऐप्स अक्सर खुद को ‘स्किल-बेस्ड गेमिंग’ के रूप में पेश करते हैं, लेकिन वास्तव में फर्जी एल्गोरिदम का उपयोग कर अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा देते हैं।
ऑनलाइन सट्टेबाजी का विशाल कारोबार
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी का बाजार 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का है और यह 30% की दर से बढ़ रहा है। बाजार विश्लेषण और जांच एजेंसियों के अनुमान के मुताबिक, इन ऐप्स के करीब 22 करोड़ भारतीय उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से लगभग 11 करोड़ नियमित उपयोगकर्ता हैं। इन प्लेटफॉर्म्स पर अक्सर क्यूआर कोड के जरिए उपयोगकर्ताओं को सट्टेबाजी वेबसाइट्स पर निर्देशित किया जाता है, जो भारतीय कानूनों का खुला उल्लंघन है।
सरकार और ईडी की कार्रवाई
सरकार ने अवैध सट्टेबाजी और जुए के मंचों को ब्लॉक करने के लिए 2022 से जून 2025 तक 1,524 आदेश जारी किए हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में बताया कि जीएसटी खुफिया महानिदेशालय को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और आईजीएसटी अधिनियम के तहत ऐसे मंचों को ब्लॉक करने का अधिकार है। ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप जैसे मामलों में भी बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है, जिसमें 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त या फ्रीज की गई हैं।
रडार पर ये बड़े नाम
धवन और रैना के अलावा, कई अन्य क्रिकेटरों और फिल्मी हस्तियों, जैसे युवराज सिंह, हरभजन सिंह, विजय देवरकोंडा, और प्रकाश राज, भी इस जांच के दायरे में हैं। ईडी का मानना है कि इन ऐप्स के जरिए न केवल अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया जा रहा है, बल्कि हवाला और क्रिप्टोकरेंसी जैसे माध्यमों से मनी लॉन्ड्रिंग भी हो रही है।