• 08/11/2022

वन विभाग के अफसरों का कारनामा, 1 साल बाद भी मजदूरी का नहीं किए भुगतान, नाराज ग्रामीणों ने रेंजर को बनाया बंधक और फिर…

वन विभाग के अफसरों का कारनामा, 1 साल बाद भी मजदूरी का नहीं किए भुगतान, नाराज ग्रामीणों ने रेंजर को बनाया बंधक और फिर…

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छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में साल भर से मजूदरी का भुगतान नहीं होने से नाराज ग्रामीणों ने रेंजर को बंधक बना लिया। पांच घंटे तक बंधक रहे रेंजर ने जब लिखित में मजदूरी भुगतान करने का आश्वासन दिया तब जाकर आक्राोशित ग्रामीणों ने उन्हें रिहा किया।

दरअसल वन विभाग के रतनपुर रेंज में वाटर ऑब्जर्वेशन प्लान के तहत 800 मजदूरों से 1 साल तक काम कराया गया। वाटर ऑब्जर्वेशन प्लान के तहत बारिश का पानी रोकने के लिए जंगल और आसपास गड्ढे कराए गए थे। ताबालनुमा इन छोटे-छोटे गड्ढों में बारिश का पानी इकट्ठा हो जाए। जिससे की पानी की तलाश में वन्य प्राणी भटककर गांव की ओर न जाएं।

इस पूरे काम के लिए छतौना गांव के 800 से ज्यादा ग्रामीणों ने काम किया। वन विभाग द्वारा यह काम कराए 1 साल का समय भी बीत गया लेकिन उन्हें मजदूरी नहीं दी गई। ग्रामीण अपने पैसों के भुगतान के लिए लगातार अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काटते रहे। लेकिन अधिकारियों की लापरवाहियों की वजह से उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया।

रतनपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर सुमीत साहू सोमवार शाम जैसे ही गांव पहुंचे। खबर लगते ही ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। मजदूरी के भुगतान की मांग पर अड़े हुए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया। रेंजर उन्हें भुगतान का आश्वासन देते रहे लेकिन वे नहीं माने। रेंजर ने बताया कि उन्होंने भुगतान की प्रक्रिया शुरु कर दी है। प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है। वे गांव इसीलिए ही आए हैं कि जानकारी जुटा सकें।

शाम 4 बजे से आए रेंजर रात 9 बजे तक ग्रामीणों के बीच रहे। आखिरकार जब रेंजर ने मजदूरी भुगतान का लिखित में आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और उन्हें वापस जाने दिया।