• 18/10/2023

अडानी ने 32 हजार करोड़ का घोटाला किया, राहुल गांधी ने लगाया बड़ा आरोप, फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में आखिर क्या है?

अडानी ने 32 हजार करोड़ का घोटाला किया, राहुल गांधी ने लगाया बड़ा आरोप, फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में आखिर क्या है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर अडानी का मामला उठाकर केन्द्र की मोदी सरकार को घेरा है। राहुल गांधी ने उद्योगपति गौतम अडानी पर 32 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने ये आरोप लंदन की Financial Times के हवाले से लगाया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी Financial Times अखबार साथ लेकर पहुंचे थे। राहुल गाधी ने कहा कि घोटाला 20 हजार करोड़ का नहीं बल्कि 32 हजार करोड़ का है। राहुल गांधी ने कहा, “अडानी जी इंडोनेशिया में कोयला खरीदते है और जब तक वह कोयला हिन्दुस्तान पहुंचता है उसका रेट डबल हो जाता है। वो कोयले की कीमत को गलत दिखाते हैं ओवर इनवाइस करके बिजली के दाम को बढ़ाते हैं।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “लोग जैसे ही बिजली का स्विच ऑन करते हैं, अडानी की जेब में पैसा जाता है। अडानी की रक्षा भारत के पीएम कर रहे हैं। दुनिया के बाकी देशों में जांच हो रही है लेकिन भारत में अडानी को ब्लैंक चेक दिया हुआ है। वो जो मर्जी चाहें कर सकते हैं। लोग 32 हजार करोड़ का आंकड़ा याद रखें। पीएम अडानी की जांच क्यों नहीं करवाते?”

राहुल ने कहा कि अडानी जो चाहते हैं, उनको वो मिल जाता है। अडानी में ऐसी कौन सी बात है कि मौजूदा मोदी सरकार अडानी की जांच नहीं करा सकती, आखिर इसके पीछे कौन सी शक्ति है? इस ताकत को पूरा देश जानता है।’

अडानी और शरद पवार की मुलाकात पर क्यों नहीं उठा रहे?

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी से सवाल किया गया कि अडानी मुद्दे पर इंडिया गठबंधन एकजुट होने के बावजूद वह शरद पवार की अडानी से मुलाकात पर सवाल क्यों नहीं उठा रहे हैं? इस पर वायनाड सांसद ने कहा, “मैंने शरद पवार से नहीं पूछा है। वह भारत के प्रधानमंत्री नहीं हैं। शरद पवार बचाव नहीं कर रहे हैं। अडानी, मिस्टर मोदी हैं और इसीलिए मैंने मिस्टर मोदी से यह सवाल पूछा। अगर शरद पवार भारत के पीएम के रूप में बैठे होते और अडानी की रक्षा कर रहे होते, तो मैं शरद पवार से यह सवाल पूछ रहा होता।”

इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर अडानी कारोबार कर पाएंगे?

राहुल गांधी से पूछा गया कि इंडिया गठबंधन की सरकार आने पर अडानी कारोबार कर पाएंगे या नहीं? क्या सरकार उनकी जांच कराएगी? इस पर राहुल गांधी ने कहा, “बिल्कुल करवाएंगे यह अडानी जी की बात नहीं है। कोई भी 32 हजार करोड़ की चोरी करेगा तो उसकी जांच होगी।”

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट में क्या है?

फाइनेंशियल टाइम्स ने 12 अक्टूबर को इस मसले पर एक खबर छापी है। ‘The mystery of the Adani coal imports that quietly doubled in value’ नाम के शीर्षक से लंदन से प्रकाशित Financial Times  ने अपनी इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि फाइनेंशियल टाइम्स द्वारा जांच किए गए कस्टम रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि अडानी समूह जो भारत की अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से पर हावी है, ने बाजार मूल्य से काफी अधिक कीमत पर अरबों डॉलर का कोयला आयात किया है।

बिजली बिल का ज्यादा भुगतान करना पड़ रहा

फाइनेंशियल टाइम्स की जांच के अनुसार डेटा लंबे समय से लग रहे इन आरोपों का समर्थन करते हैं कि देश का सबसे बड़ा निजी कोयला आयातक अडानी ईंधन की लागत को बढ़ा हुआ दिखा रहा है और इसकी वजह से लाखों भारतीय उपभोक्ताओं और व्यवसायों को बिजली के लिए अधिक भुगतान करना पड़ रहा है।

Financial Times के अनुसार रिकॉर्ड से पता चलता है कि पिछले दो वर्षों में, अडानी ने ताइवान, दुबई और सिंगापुर में ऑफशॉर मध्यस्थों के जरिए 5 अरब डॉलर मूल्य का कोयला आयात किया, जो कई बार बाजार मूल्य से दोगुने से भी अधिक था।

FT के अनुसार इनमें से एक कंपनी का स्वामित्व एक ताइवानी व्यवसायी के पास है, जिसे हाल ही में एफटी द्वारा अडानी कंपनियों में एक बड़े छिपे हुए शेयरधारक के रूप में बताया गया था।

फाइनेंशियल टाइम्स की जांच में यह भी कहती है कि उसने 2019 से 2021 के बीच अडानी की एक कंपनी द्वारा इंडोनेशिया से भारत मंगाए गए कोयले की 30 खेप से जुड़े दस्तावेजों का अध्ययन किया। फाइनेंशियल टाइम्स ने आरोप लगाया है कि इन सभी मामलों में आयात दस्तावेजों में दिखाए गए कोयले के दाम निर्यात दस्तावेजों में दर्ज कोयले के दामों से बहुत ज्यादा थे। इस पूरे लेन-देन के दौरान कोयले की कीमतें 70 मिलियन डॉलर से ज्यादा बढ़ गई थीं।