- 12/07/2022
केन्द्रीय मंत्रियों के दौरे पर सीएम भूपेश का तंज, कहा- गुजरात मॉडल फेल हो गया, छत्तीसगढ़ मॉडल देखने आते हैं
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्र के साथ ही भाजपा शासित राज्यों पर तंज कसते हुए कहा कि गुजरात मॉडल फेल हो चुका है। केन्द्र के मंत्री छत्तीसगढ़ आकर यहां की योजनाएं समझते हैं और प्रशंसा करके जाते हैं। उन्होंने आदिवासी हितों के मुद्दे पर कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य दोनों आदिवासी बाहुल राज्य हैं। दोनों राज्यों में आदिवासियों के लिए चल रही योजनाओं और पेसा कानून की तुलना कर लीजिए और स्वयं जान लीजिए कि किस राज्य में क्या स्थिति है।
सीएम भूपेश बघेल आज पीसीसी की एक बैठक संपन्न होने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सवाल ऑडियोलाजी का है। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल इलाका है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने आदिवासियों के हित में जिस तरीके से काम किया है इसकी तुलना अन्य राज्यों के साथ ही मध्यप्रदेश से कर लीजिए। आदिवासियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने उनको अधिकार दिलाने पेसा नियमावली बनाने को लेकर हो, चाहे जमीन वापस करने की बात हो, सारी चीजों की व्यवस्था छत्तीसगढ़ में किया गया है। इतना अन्य राज्यों में किया गया है कि नहीं किया गया है उसकी तुलना करनी चाहिए।
बीजेपी द्वारा युवाओं के द्वारा बेरोजगारी फॉर्म भरने के सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि- 8 साल से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, उनको सूची जारी करना चाहिए कि कितने लोगों को रोजगार दिया गया है। कोरोना काल में कितने लोग बेरोजगार हुए उसकी भी सूची जारी करना चाहिए। अग्निवीर जैसा शिक्षावीर चिकित्सा वीर जैसी योजनाएं बनेगी अथवा नहीं, केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे से संबंधित सवाल पर सीएम बघेल ने कहा-छत्तीसगढ़ मॉडल को देखने केंद्रीय मंत्री छत्तीसगढ़ आ रहे हैं, गुजरात मॉडल फेल हो चुका है। छत्तीसगढ़ मॉडल किस तरीके से काम कर रहा हैं कैसा काम किया जा रहा है! उसको देखने आते हैं और प्रशंसा करके जा रहे हैं अच्छी बात है ।
केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासियों के साथ कुठाराघात करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और ऐसे में आदिवासियों की बात करते हैं जबकि उन को नुकसान पहुंचाने के लिए सारे प्रावधान किए जा रहे हैं, गुजरात चुनाव पर उन्होंने कहा कि अगली बार थोड़ी कसर रह गई थी इस बार वह कसर नहीं रहेगी। राज्यपाल द्वारा नियमितीकरण विधेयको मंजूरी दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि-बहुत सारे अभी पेंडिंग है उसकी भी अपेक्षा करते हैं, जितने भी पेंडिंग हैं हमारे विधानसभा अधिनियम बने हैं, संशोधन किया जा रहा है। उम्मीद करते हैं कि राज्यपाल इनमें जल्द स्वीकृति प्रदान करें।
नवा रायपुर में नामकरण को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि डा. रमन सिंह अधूरे सपने देख रहे हैं, रमन सिंह 15 सीटों से 14 सीटों में रह गए हैं 2023 के विधानसभा चुनाव में 14 से पता नहीं कितने में होंगे। उन्होंने महापुरूषों के नाम पर योजनाएं लागू करने के सवाल पर कहा कि हमने तो महापुरूषों की याद में नामकरण भी किया है उनके कार्यकाल में महापुरूषों को स्थान नहीं मिला।
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