- 18/09/2024
पेजर कैसे बना बम? मोसाद ने 5 महीने पहले ही लिख दी थी ब्लास्ट की कहानी, ताइवानी कंपनी से क्यों जुड़ रहा है तार
लेबनान और सीरिया के कुछ इलाकों में मंगलवार को सिलसिलेवार पेजर ब्लास्ट हुए। इस ब्लास्ट में कई लोगों की मौत हुई। वहीं हजारों लोग घायल हुए हैं। लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। दावा किया जा रहा है कि इस हमले के पीछे इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद है। दावे के मुताबिक 5 महीने पहले ही मोसाद ने पेजर में विस्फोटक फिट कर दिए थे। अब ताइवान की कंपनी पर सवाल उठने लगे हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मोसाद ने हिजबुल्लाह को निशाना बनाने के लिए एक खुफिया ऑपरेशन के तहत पेजरों में विस्फोटक फिट कर दिए थे। हिजबुल्लाह ने ताइवान की एक कंपनी Gold Apollo को लगभग 3000 पेजर का ऑर्डर दिया था। इन पेजरों को इस साल अप्रैल से मई के बीच ताइवान से लेबनान भेजा गया। इससे पहले कि ये पेजर लेबनान पहुंच पाते इनसे छेड़छाड़ की गई। इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव को देखते हुए शक की सुईं इजरायल की ओर ही जा रही है।
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक ताइवान कंपनी के ये पेजर AP924 मॉडल के थे और इन पर एक से दो औंस का विस्फोटक लगा हुआ था। विस्फोटकों को पेजर में बैटरी के बगल में लगाया गया था। बताया जा रहा है कि दोपहर 3:30 पेजर पर मैसेज आया। जिसने विस्फोटकों को एक्टिवेट कर दिया। ब्लास्ट से पहले इन पेजरों में कुछ सेकंड तक बीप की आवाज सुनाई दी थी।
स्काई न्यूज अरबिया की रिपोर्ट के मुताबिक मोसाद ने पेजर के अंदर PETN फिट किया था। यह एक तरह का विस्फोटक है। इसे पेजर की बैटरीज पर लगाया गया था। इन पेजर्स में बैटरी के तापमान को बढ़ाकर विस्फोट किया गया। इस विस्फोटक का वजन 20 ग्राम से भी कम था।
यह पहला मौका नहीं है जब इजरायल पर इस तरह का हमला किया गया। इससे पहले इजरायल ने 1996 में हमास नेता याहया अयाश की हत्या के लिए उनके फोन में 15 ग्राम आरडीएक्स प्लांट किया था। जब वे अपने पिता को फोन कर रहे थे उस दौरान फोन में ब्लास्ट हुआ।