- 06/10/2022
IPS Arrested Breaking: 1 करोड़ की रिश्वत लेते AIG गिरफ्तार, ये है पूरा मामला
इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है. 1 करोड़ की रिश्वतखोरी के मामले में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने एक IPS अधिकारी को गिरफ्तार किया है. जबकि मामले में अन्य दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
मामला 2016 का है। AIG आशीष कपूर ने जालसाजी और धोखाधड़ी के केस में दो महिलाओं की राहत देने के बदले उनका एक करोड़ रुपया चेक साइन करवाकर बैंक से निकलवा लिया था. इसी मामले में उनकी गिरफ़्तारी हुई है.
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो अधिकारियों ने जानकारी दी कि कथित तौर पर पैसे का लेनदेन तब हुआ था जब AIG आशीष कपूर 2016 में अमृतसर केंद्रीय कारागार के अधीक्षक थे. कपूर वर्तमान में पठानकोट में चौथी भारतीय रिजर्व बटालियन के कमांडेंट के रूप में तैनात हैं.
पुलिस उपाधीक्षक पवन कुमार और सहायक उप निरीक्षक हरजिंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, जो कथित रिश्वत के लेन-देन के समय जीरकपुर थाने में तैनात थे.
वहीं 2016 में अमृतसर केंद्रीय जेल प्रमुख के रूप में तैनाती के दौरान IPS अधिकारी आशीष कपूर का कुरुक्षेत्र निवासी पूनम राजन नामक कैदी से परिचय हुआ था, जो तीन रिश्तेदारों – मां प्रेम लता, भाई कुलदीप सिंह और भाभी प्रीती- के साथ न्यायिक हिरासत में थी. वहीं कपूर ने प्रेम लता को जमानत की व्यवस्था और अदालत से बरी कराने का आश्वासन दिया था.
बताया जा रहा है कि कथित तौर पर IPS अधिकारी कपूर ने जीरकपुर थाने के तत्कालीन SHO पवन कुमार और ASI हरजिंदर सिंह की मिलीभगत से प्रीति को मामले में निर्दोष घोषित करा दिया. जिसके बदले में कपूर ने हरजिंदर सिंह के जरिए प्रेम लता के हस्ताक्षर वाले कुल एक करोड़ रुपये के भुगतान के कई बैंक चेक ले लिए. जिसके बाद AIG आशीष कपूर ने इन चेक को अपने पहचान के लोगों के नाम पर बैंक में जमा करके करोड़ों रुपए निकाल लिए.
वहीं AIG आशीष कपूर सिंचाई घोटाले के जांच अधिकारी थे. उन पर आरोप है कि उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से पैसे लेकर उनके नाम बेगुनाह लोगों की सूची में डाले दिए थे. इस मामले की शिकायत विजिलेंस के पास पहुंची थी. जिसके बाद से विभाग इस चीज को गंभीरता से ले रहा था. इसके साथ ही आशीष की सारी संपत्ति से लेकर बैंक खातों की जांच की गई थी.
इस मामले में विजिलेंस की टीम ने करीब 4-5 तक मोहाली में आशीष की नई कोठी की पैमाइश की थी. टीम ने अधिकारी से कोठी को लेकर पैसे के लेनदेन से जुड़े सवाल भी किए थे. विजिलेंस की टीम कई बिंदुओं पर जांच कर बयान भी लिए थे. इस दौरान जांच पूरी होने के बाद IPS आशीष कपूर को गिरफ्तार कर लिया गया.
IPS आशीष कपूर, पवन और हरजिंदर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले में आगे की जांच जारी है.