- 27/04/2025
गिरफ्तार होंगी नेहा सिंह राठौर! पहलगाम हमले पर ये क्या बोल गई? गायिका का Video शेयर कर पाकिस्तान हो रहा भारत पर हमलावर, दर्ज हुई शिकायत


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले के बाद जहां देशभर में गुस्सा और शोक का माहौल है, वहीं भोजपुरी लोकगायिका नेहा सिंह राठौर के एक बयान ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। नेहा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो में इस हमले को “प्रोपेगंडा” बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा, जिसके बाद उनके खिलाफ गाजियाबाद से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने शिकायत दर्ज कराई है। विधायक ने यूपी पुलिस और डीजीपी से नेहा की गिरफ्तारी की मांग की है, जिससे यह मामला और तूल पकड़ गया है।
नेहा सिंह राठौर ने कहा क्या था?
नेहा सिंह राठौर ने अपने एक्स अकाउंट पर पहलगाम हमले को लेकर कई पोस्ट और एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने दावा किया कि सरकार इस हमले का इस्तेमाल बिहार चुनाव में वोट हासिल करने के लिए कर सकती है। एक वीडियो में नेहा ने कहा, “एक फोन कॉल से दूसरे देशों में युद्ध रुकवाने वाले अपने देश में आतंकी हमला नहीं रोक पाए। लोग कह रहे हैं कि ऐसी बातों पर सवाल नहीं करना चाहिए, तो फिर किस मुद्दे पर सवाल करूं? नरेंद्र मोदी की सरकार में यह हमला हुआ, तो क्या जिन्ना और नेहरू से सवाल पूछा जाए?” उन्होंने यह भी लिखा, “अगर आतंकवादी धर्म पूछकर हिंदुओं को मार रहे थे, तो सईद हुसैन शाह को क्यों मार दिया? ‘आपदा में अवसर’ वालों की राजनीति का शिकार मत बनिए।”
नेहा के इन बयानों को पाकिस्तानी सोशल मीडिया हैंडल्स, खासकर ‘पीटीआई प्रोमोशन’ नामक एक अकाउंट ने शेयर करते हुए दावा किया कि “इस भारतीय लड़की ने पहलगाम हमले की सच्चाई उजागर की।” इससे भारत में नेहा के खिलाफ गुस्सा भड़क गया, और कई लोगों ने उन्हें “देशद्रोही” तक करार दे दिया।
बीजेपी विधायक की शिकायत और गिरफ्तारी की मांग
गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने 26 अप्रैल 2025 को एक्स पर यूपी पुलिस और डीजीपी को टैग करते हुए नेहा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने लिखा, “नेहा राठौर के ट्वीट और वीडियो भारत के खिलाफ सुनियोजित प्रोपेगंडा और पाकिस्तान के लिए सहानुभूति पैदा करने का माध्यम हैं। यह केवल ISI के एजेंट या कट्टरपंथी देशों से फंडिंग लेने वाला व्यक्ति ही कर सकता है। आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान की जगह अपनी सरकार और सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहराना देश के खिलाफ युद्ध और किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है।”
सोशल मीडिया पर भी नेहा के खिलाफ गुस्सा देखा जा रहा है। कई यूजर्स ने उनके बयानों को पाकिस्तान समर्थित बताते हुए कार्रवाई की मांग की। एक यूजर ने लिखा, “नेहा सिंह राठौर का पहलगाम हमले को मोदी सरकार की साजिश बताना शर्मनाक है। उनकी इस हरकत ने भारत को बदनाम किया।”
पाकिस्तान में वायरल हुआ वीडियो
नेहा के वीडियो को पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। ‘पीटीआई प्रोमोशन’ नामक हैंडल ने इसे भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल करते हुए कहा कि यह हमला राजनीतिक फायदे के लिए कराया गया। इसने भारत में नेहा की टिप्पणियों को और विवादास्पद बना दिया। नेहा ने इसका जवाब देते हुए कहा, “पाकिस्तान के किसी ट्विटर हैंडल ने मेरा वीडियो शेयर कर दिया, तो अंधभक्त मुझे देशद्रोही कहने लगे। लेकिन मोदी जी पाकिस्तान जाकर बिरयानी खा लेते हैं, तब भी देशभक्त हैं।”
क्या होगी गिरफ्तारी?
हालांकि, अभी तक नेहा सिंह राठौर की गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। यूपी पुलिस की साइबर सेल उनके पोस्ट और वीडियो की जांच कर रही है, और यह देखा जा रहा है कि क्या उनके बयान सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने या देशद्रोह के दायरे में आते हैं। इससे पहले 2023 में, नेहा को उनके गाने ‘यूपी में का बा’ के लिए यूपी पुलिस ने नोटिस जारी किया था, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई थी।
विकास दिव्यकीर्ति का बयान भी चर्चा में
इस बीच, शिक्षक और विचारक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने पहलगाम हमले में कश्मीरी मुसलमानों की किसी भी भूमिका को खारिज किया और पाकिस्तान की अंदरूनी अस्थिरता को हमले की वजह बताया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में महंगाई और गृह युद्ध जैसे हालात हैं। उनकी सेना ध्यान भटकाने के लिए ऐसे हमले करवाती है।”
देश में गुस्सा, सरकार का सख्त रुख
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें 1960 की सिंधु जल संधि को रद्द करना और पाकिस्तानी नागरिकों व अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश शामिल है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस बैठक में आतंकियों के खिलाफ बड़े एक्शन का फैसला लिया गया है। इस बीच, नेहा सिंह राठौर का बयान न केवल भारत में विवाद का कारण बना है, बल्कि पाकिस्तान में भी इसे भारत के खिलाफ प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।