• 16/09/2025

प्रसव के दौरान महिला का न्यूड Video बनाकर वायरल, छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में नया कांड

प्रसव के दौरान महिला का न्यूड Video बनाकर वायरल, छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पताल में नया कांड

छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के जिला अस्पताल में एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां प्रसव पीड़ा में तड़प रही एक महिला का नग्न वीडियो ऑपरेशन थिएटर में बनाकर व्हाट्सएप ग्रुप और इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया गया। पीड़िता कोरबा जिले की रहने वाली हैं। महिला के पति ने अस्पताल प्रबंधन और एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले की जांच गौरेला थाना पुलिस को सौंपी गई है, जो साइबर सेल की मदद से वीडियो वायरल करने वाले की पहचान कर रही है। स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है, और अस्पताल कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।

ऑपरेशन थिएटर में वीडियो बनाकर वायरल

जानकारी के अनुसार, कोरबा जिले की एक महिला प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती हुई थी। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर उसे ऑपरेशन थिएटर (OT) में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों की टीम और अस्पताल के कर्मचारी मौजूद थे। पीड़िता जब दर्द से तड़प रही थी, तभी किसी ने उसका नग्न वीडियो बना लिया और उसे व्हाट्सएप ग्रुप व सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र पैकरा ने पुष्टि की कि OT में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित होता है, इसलिए आशंका है कि वीडियो अस्पताल के ही किसी कर्मचारी ने बनाया।

महिला के डिस्चार्ज होने के बाद उसके पति को वीडियो की जानकारी हुई। उन्होंने तत्काल सिविल सर्जन से शिकायत की, उसके बाद एसपी कार्यालय पहुंचे। एसपी ने मामले को गंभीर बताते हुए गौरेला थाना पुलिस को जांच सौंपी। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, और साइबर सेल की सहायता से वीडियो के अपलोडर व शेयर करने वालों की तलाश शुरू कर दी है। डॉ. पैकरा ने बताया कि अस्पताल कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी।

अस्पताल कर्मचारियों पर संदेह: जांच में साइबर सेल की भूमिका

प्रसव पीड़ा में तड़प रही महिला का वीडियो वायरल होने से न केवल पीड़िता की निजता का उल्लंघन हुआ, बल्कि यह मानवाधिकारों का भी हनन है। विशेषज्ञों के अनुसार, OT में वीडियो बनाना गंभीर अपराध है, जो आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं के तहत दंडनीय है। अस्पताल प्रबंधन ने कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि घटना के समय डॉक्टर व स्टाफ ही मौजूद थे। सिविल सर्जन ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है।

गौरेला थाना प्रभारी ने बताया कि वीडियो के ट्रेसिंग से वायरल करने वाले की पहचान जल्द होगी। पुलिस मोबाइल फोन रिकॉर्ड्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच कर रही है। ग्रामीणों और सोशल मीडिया यूजर्स ने घटना की निंदा की है, और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। यह घटना जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है।

स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप: आगे की कार्रवाई

इस शर्मनाक घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा उपायों को मजबूत करने का आश्वासन दिया है। पीड़िता परिवार को काउंसलिंग और सहायता प्रदान की जा रही है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि वीडियो शेयर करने वालों पर भी कार्रवाई होगी। जांच पूरी होने के बाद आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 354C (वॉयरिज्म) और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज होगा।