- 24/04/2025
पहलगाम आतंकी हमले में नजाकत अली बने मसीहा: छत्तीसगढ़ के चार परिवारों की बचाई जान, BJP नेता ने कहा- “एहसान कभी नहीं चुका पाएंगे”


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। इस हमले के बीच एक स्थानीय कश्मीरी नजाकत अली की बहादुरी की कहानी सामने आई है, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर छत्तीसगढ़ के चिरमिरी के चार परिवारों की जान बचाई। इन परिवारों में बीजेपी युवा मोर्चा के नेता अरविंद अग्रवाल, चिरमिरी नगर निगम की बीजेपी पार्षद पूर्वा स्थापक और उनके पति कुलदीप स्थापक शामिल थे। अरविंद अग्रवाल की सोशल मीडिया पोस्ट, जिसमें उन्होंने नजाकत अली का शुक्रिया अदा किया, वायरल हो रही है।
कैसे बची परिवारों की जान?
मंगलवार को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ, जब लश्कर-ए-तैयबा के विंग ‘द रजिस्टेंट फ्रंट’ (TRF) ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की। इस दौरान चिरमिरी के चार परिवार, जो कश्मीर घूमने आए थे, हमले की चपेट में आ गए। अरविंद अग्रवाल ने बताया कि उनके ग्रुप को कश्मीर घुमा रहे स्थानीय गाइड नजाकत अली ने तुरंत स्थिति को भांप लिया। नजाकत ने अपनी जान की परवाह किए बिना सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर छिपाया और हमलावरों से बचाया।
अरविंद ने कहा, “हम उस समय घबरा गए थे। गोलियों की आवाज और चीख-पुकार से स्थिति भयावह थी। नजाकत भाई ने हमें तेजी से एक सुरक्षित जगह पर पहुंचाया और अपनी जान जोखिम में डालकर हमारी रक्षा की। अगर वे न होते, तो शायद हम आज जिंदा न होते।”
अरविंद अग्रवाल की वायरल पोस्ट
घर लौटने के बाद अरविंद अग्रवाल, जो बीजेपी युवा मोर्चा के सक्रिय सदस्य हैं, ने फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट लिखकर नजाकत अली का आभार जताया। उन्होंने लिखा, “आपने अपनी जान दांव पर लगाकर हमारी जान बचाई। हम नजाकत भाई का एहसान कभी नहीं चुका पाएंगे।” एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, “जो कश्मीर हमारा है, वो सारे का सारा है। जल्द ही फिर से आऊंगा।” उनकी यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, और लोग नजाकत की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं।
बीजेपी पार्षद की भी बची जान
नजाकत अली ने अरविंद और उनके परिवार के अलावा चिरमिरी नगर निगम की बीजेपी पार्षद पूर्वा स्थापक और उनके पति कुलदीप स्थापक की भी जान बचाई। पूर्वा ने कहा, “नजाकत ने जिस साहस और सूझबूझ से हमें बचाया, वह अविस्मरणीय है। वे हमारे लिए भगवान की तरह आए।” कुलदीप ने भी नजाकत को “कश्मीर का सच्चा हीरो” बताया।