- 25/02/2023
पुलिस थाना पर खालिस्तान समर्थकों का हमला, कांग्रेस ने केन्द्र, राज्य और इंटेलीजेंस को बताया जिम्मेदार, कहा- ऐसा पहले कभी नहीं हुआ
पंजाब के अजनाला में हुई हिंसा के मामले में पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने राज्य की आम आदमी पार्टी की सरकार और केन्द्र सरकार पर तीखा हमला बोला। छत्तीसगढ़ में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय महाअधिवेशन में प्रेस वार्ता कर अजनाला हिंसा को लेकर सवाल उठाए। नेताओं ने इसे इंटेलीजेंस का फेल्योर बताया है। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि 2 दिन पहले जो कुछ हुआ, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। 75 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है। वहां जो कुछ हुआ है, ये केंद्र और राज्य सरकार की नाकामी है।
बाजवा ने कहा कि मैं ये बताना चाहता हूं कि पंजाब देश का कोहिनूर रहा है। सबसे महत्वपूर्ण राज्य है। पंजाब में लगातार आजादी के बाद पंजाबियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। पंजाब रिकवरी की ओर चल रहा था। इस बीच फिर से सब शुरू हो गया है। अजनाला में जो हालात बने। अमृतसर बॉर्डर पर यह इलाका है। बीएसएफ ने अपने दायरा बढ़ाया है।
ऐसा पहले कभी नहीं हुआ
अमृतपाल सिंह के साथियों के ऊपर केस दर्ज हुआ। उसके एक साथी तूफान सिंह को गिरफ्तार किया था। फिर अमृतपाल सिंह ने चेतावनी दी कि मैं अपने साथियों को छुड़ाने आ रहा हूं। इसके बाद अजनाला के पुलिस स्टेशन के ऊपर अटैक कर दिया गया। हमने 75 साल में ऐसा नहीं देखा। हमने इतना बुरा दौर देखा था, पर ऐसा नहीं हुआ था। अमृतपाल सिंह ने गृह मंत्रालय को भी कहा था। मगर कोई जवाब नहीं दिया। सीएम मान का भी अब तक जवाब नहीं आया है।
मान और बीजेपी शांति भंग करना चाहते हैं
बाजवा ने अजनाला की घटना को इंटेलिजेंस फेलियर बताया। उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इस पर तो उनका कोई बयान भी नहीं है। इस घटना पर शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधन समिति की जिम्मेदारी भी बनती है। अमृतपाल, गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर पुलिस थाने में जा रहा है तो उसका विरोध करना चाहिए। गलत काम के लिए ग्रंथ साहिब को ढाल बना रहा है। भगवंत मान और भाजपा पंजाब की शांति भंग करना चाहते हैं। वह हम नहीं होने देंगे।
DGP को पत्र लिखा
अमृंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि मैंने 8 अक्टूबर को पंजाब के डीजीपी को पत्र लिखकर कहा था कि आप अमृतपाल की हरकतों पर नजर रखें। अमृतपाल द्वारा कहा गया कि आजादी लेकर रहेंगे और हमें अपना अलग राष्ट्र चाहिए.. हम इन चीजों का विरोध करते हैं। उनके लोगों को लगातार हथियारों के लाइसेंस दिए जा रहे हैं। उनके लोग हथियारों का खुला प्रदर्शन कर रहे हैं। थाने पर कब्जे की घटना पहली घटना है।
क्या है अजनाला हिंसा
पंजाब में गुरुवार को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों लोग कई तरह के हथियारों से लैस होकर अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया। खालिस्तान समर्थकों ने पुलिस थाना पर कब्जा कर लिया था। ये लोग संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी लवप्रीत सिंह तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इनके हमले के बाद दबाव में आई पंजाब पुलिस ने आरोपी को रिहा करने का ऐलान कर दिया।