- 22/04/2025
Terrorist Attack: पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला, नाम और धर्म पूछकर की गोलीबारी, 2 की मौत, 12 घायल


जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 को पर्यटकों पर बड़ा आतंकी हमला हुआ है। बैसरन घाटी के पास घुड़सवारी और ट्रैकिंग का आनंद ले रहे पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 2 पर्यटकों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। हमले की चश्मदीद एक महिला पर्यटक ने बताया कि आतंकियों ने पहले लोगों से उनका नाम और धर्म पूछा, फिर गोली मार दी, जिससे घटना ने और भी भयावह रूप ले लिया।
हमले का विवरण
सूत्रों के अनुसार, यह हमला दोपहर करीब 2:30 बजे बैसरन घाटी में हुआ, जो पहलगाम का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। आतंकी सैन्य वर्दी में थे और 3 से 5 मिनट तक गोलीबारी करते रहे। हमलावरों ने ऊंची पहाड़ी से नीचे की ओर फायरिंग की, जिससे पर्यटकों को भागने का मौका तक नहीं मिला। प्रारंभिक जांच में संदेह जताया जा रहा है कि इस हमले के पीछे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों का हाथ हो सकता है।
घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है, और सभी को अनंतनाग के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमले में कुछ घोड़े भी जख्मी हुए, जो पर्यटकों को घुड़सवारी के लिए ले जा रहे थे। एक पीड़ित महिला ने बताया, “आतंकियों ने पहले हमसे नाम और मजहब पूछा, फिर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। मेरा बेटा भी घायल है।”
सुरक्षा बलों की कार्रवाई
हमले के तुरंत बाद भारतीय सेना की विक्टर फोर्स, जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), और CRPF ने संयुक्त रूप से इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। CRPF की अतिरिक्त क्विक रिएक्शन टीम (QRT) को भी घटनास्थल पर भेजा गया। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, हमलावरों की संख्या 2 से 3 हो सकती है, और वे सुनियोजित तरीके से पर्यटकों को निशाना बनाने आए थे।
शुरू होने वाली है अमरनाथ यात्रा
पूर्व डीजीपी ने इस हमले को चिंताजनक बताया, क्योंकि कुछ ही दिनों में अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है, जिसका बेस कैंप पहलगाम में है। उन्होंने कहा, “पहलगाम सामान्यतः आतंकी गतिविधियों से मुक्त रहा है। इस हमले से पर्यटन उद्योग और स्थानीय व्यापार पर गहरा असर पड़ सकता है।” पर्यटक सीजन की शुरुआत के साथ पहलगाम में भारी भीड़ थी, और इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पहलगाम, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए जाना जाता है, जो हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। मार्च में हुई बर्फबारी के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में और इजाफा हुआ था। इस हमले ने न केवल पर्यटकों में दहशत पैदा की है, बल्कि कश्मीर के पर्यटन उद्योग के लिए भी खतरे की घंटी बजा दी है।
सुरक्षा बलों ने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है। जांच जारी है, और आतंकियों की धरपकड़ के लिए व्यापक ऑपरेशन चलाया जा रहा है।