- 12/04/2025
देशभर में UPI सर्विस फिर ठप, यूजर्स परेशान, डिजिटल लेनदेन में बाधा


देशभर में एक बार फिर यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सर्विस ठप हो गई है, जिससे लाखों यूजर्स को डिजिटल लेनदेन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार सुबह से पेटीएम (Paytm), फोनपे (Phone Pay), गूगल पे (Google Pay) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जैसे प्रमुख प्लेटफॉर्म्स पर ट्रांजैक्शन फेल होने की शिकायतें सामने आई हैं। यह पिछले एक महीने में यूपीआई सर्विस में आई चौथी बड़ी रुकावट है।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। एक यूजर ने लिखा, “नकदी साथ नहीं थी और यूपीआई डाउन होने से ऑटो किराए के भुगतान में मुश्किल हुई। हमें बिना रुकावट वाली यूपीआई सर्विस चाहिए।” वहीं, कई छोटे व्यापारियों और दैनिक लेनदेन पर निर्भर लोगों ने भी इस रुकावट से होने वाली असुविधा को बताया।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई), जो यूपीआई इंफ्रास्ट्रक्चर का संचालन करती है, ने इस समस्या को स्वीकार किया है। एनपीसीआई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “हम फिलहाल कुछ तकनीकी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसके कारण यूपीआई ट्रांजैक्शन में आंशिक रुकावटें आ रही हैं। हम इसे जल्द से जल्द ठीक करने के लिए काम कर रहे हैं और असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।”
डाउनडिटेक्टर के अनुसार, दोपहर तक यूपीआई से संबंधित करीब 1,200 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से अधिकांश भुगतान और फंड ट्रांसफर से जुड़ी थीं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह रुकावट तकनीकी खराबी या सर्वर ओवरलोड के कारण हो सकती है, हालांकि इसका सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
पिछले कुछ हफ्तों में यूपीआई सर्विस में बार-बार रुकावटें देखने को मिली हैं। 26 मार्च को कुछ घंटों के लिए सर्विस डाउन रही थी, जिसे एनपीसीआई ने “आंतरायिक तकनीकी समस्या” बताया था। इसके बाद 31 मार्च और 2 अप्रैल को भी यूजर्स को समस्याओं का सामना करना पड़ा था।
यह घटना भारत की डिजिटल पेमेंट सिस्टम पर बढ़ती निर्भरता को रेखांकित करती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल यूपीआई ट्रांजैक्शन भारत में कुल पेमेंट वॉल्यूम का 83% हिस्सा थे। विशेषज्ञों का सुझाव है कि ऐसी स्थिति में यूजर्स को वैकल्पिक भुगतान विकल्प जैसे डेबिट/क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग या नकदी तैयार रखनी चाहिए।
एनपीसीआई ने यूजर्स से धैर्य रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि सर्विस जल्द बहाल हो जाएगी। तब तक यूजर्स को सलाह दी जा रही है कि वे बार-बार ट्रांजैक्शन करने से बचें ताकि डुप्लिकेट पेमेंट की समस्या न हो।