- 06/06/2022
रेशम के धागों के जरिए महिलाएं पिरोएंगी तरक्की के सूत्र, सीएम ने किया कोसा धागाकरण यूनिट का लोकार्पण
रायपुर। कांकेर जिले के गांधी ग्राम कुलगांव में अब रेशम के धागों के जरिए ग्रामीण महिलाएं अपनी तरक्की के सूत्र पिरोएंगी। भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांधी ग्राम कुलगांव में कोसा धागाकरण प्रशिक्षण यूनिट का शुभारंभ किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, महिलाएं घर के काम से फुर्सत पाकर गांधी ग्राम में अपना थोड़ा सा समय देंगी और हर महीने 8 से 10 हजार रुपए की आय प्राप्त कर लेंगी।
गौरतलब है कि कांकेर के गांधी ग्राम कुलगांव में कोसा धागाकरण प्रशिक्षण यूनिट में महिलाओं को मशीनों के जरिए सिल्क निकालने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। फिर सिल्क से रेशमी धागे निकाले जाएंगे। महिलाओं को धागा बनाने रैली ककून दिया जाएगा। बाजार में रेशमी धागे की कीमत 4700 रुपए प्रति किलोग्राम है। इससे महिलाओं को कम से कम महीने में दस हजार रुपए आय होगी। कोसा धागाकरण यूनिट के शुभारंभ मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रैली ककून में आय की बड़ी संभावना है। इसके लिए सरकार की ओर से आपको पूरा प्रोत्साहन दिया जाएगा। वनोपज की अच्छी नीति से अब आपके लिए अच्छी संभावना है। उन्होंने यूनिट से जुड़ी महिलाओं को खूब काम करते हुए आर्थिक रूप से संबल बनने शुभकामनाएं दीं।
उल्लेखनीय है कि बस्तर में प्रति वर्ष 5 से 7 करोड़ ककून का उत्पादन होता है और 25 करोड़ का व्यापार होता है। महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष शकुंतला कुंजाम ने बताया कि पहले व्यापारी कम दाम में उत्पादकों से ककून लेते थे। अब रेशम विभाग खरीदी कर रहा है और प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को दे रहा है। हम लोग इसमें वैल्यू एडीशन कर रहे हैं।
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