- 26/02/2023
चाइना को लेकर मोदी सरकार की नीति को राहुल गांधी ने बताया कायरता, बोले- इसको क्या नेशनलिज्म कहते हैं
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चल रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन राहुल गांधी ने चीन और अडानी के मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत से लेकर कश्मीर में समापन तक पर अपनी बात रखा। राहुल ने चाइऩा को लेकर सरकार की नीति पर जमकर हमला बोला और इसे कायरता बताया। वहीं एक बार फिर देश के डिफेंस के मामले को लेकर अडानी और मोदी पर सवाल उठाया।
राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जब हम कश्मीर पहुंचे तो पुलिस वालों ने कहा था कि 2000 लोग से ज्यादा नहीं आएंगे। लेकिन 40 हजार लोग आए। उन्हें देखकर पुलिस वाले भी भाग गए। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान के सबसे ज्यादा आतंक से प्रभावित जिले अनंतनाग और पुलवामा में हर तरफ तिरंगा ही तिरंगा था। हर किसी के हाथ में तिरंगा था। हजारों कश्मीरियों के साथ हमने लाल चौक में तिरंगा फहराया।
प्रधानमंत्री को बात समझ नहीं आई
राहुल ने आगे कहा, संसद में पीएम मोदी कहते हैं कि मैं ने भी लाल चौक में तिरंगा फहराया था। लगता है प्रधानमंत्री को बात समझ नहीं आई। नरेन्द्र मोदी ने बीजेपी के 15-20 लोगों के साथ जाकर लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। भारत जोड़ो यात्रा ने लाखों कश्मीरी युवाओं के हाथों से तिरंगा फहराया। प्रधानमंत्री को फर्क नहीं समझा आया। हमने हिन्दुस्तान की भावना इस झंडे की भावना जम्मू-कश्मीर के युवाओं में डाल दी। आप ने झंडे की भावना जम्मू-कश्मीर के युवाओं से छीन ली। यही फर्क है आप में और हम में।
ये कायरता है
कुछ दिन पहले इंटरव्यू में एक मंत्री ने कहा कि चाइन की इकोनॉमी हिन्दुस्तान की इकोनॉमी से बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं। जब अंग्रेज हम पर राज करते थे तो क्या उनकी इकोनॉमी हमसे छोटी थी। इसका मतलब जो आपसे शक्तिमान है उससे लड़ो नहीं,, जो कमजोर है उससे लड़ो.. इसको कायरता कहा जाता है। सावरकर की विचारधारा जो आपके सामने तगड़ा है मजबूत है उसके सामने सिर झुका दो..हिन्दुस्तान का मंत्री चाइना से कह रहा है कि आपकी इकोनॉमी हमसे बड़ी है तो हम आप के सामने खड़ी नहीं हो सकते। इसको क्या नेशनलिज्म कहते है.. इसको देश भक्ति कहते हैं क्या.. ये कौन सी देश भक्ति है। हम सत्याग्रही हैं बीजेपी और आरएसएस वाले सत्ताग्राही हैं, ये सत्ता के लिए किसी के भी सामने झुक जाएंगे।
मोदी की फॉरेन पॉलिसी अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए
राहुल गांधी ने एक बार फिर गौतम अडानी को लेकर पीएम मोदी पर जमकर हमला किया। राहुल ने कहा, “हमने संसद में पूछा कि गौतम अडानी 609 नंबर से 2 नंबर पर कैसे आ गए। आपकी फॉरेन पॉलिसी में हर जगह उनको फायदा मिलता है। इजराइल सारे डिफेंस के कॉन्ट्रेक्ट मिल गए, श्रीलंका में मोदी ने दबाव डलवाकर अडानी को काम दिलवाया। मैंने पीएम मोदी की गौतम अडानी के साथ फोटो दिखा कर पूछा -दोनों में रिश्ता क्या है? लेकिन, पूरी सरकार सारे क सारे मंत्री और बीजेपी जवाब देने के बजाय गौतम अडानी को बचाने में लग गए।”
डिफेंस का मामला है जांच क्यों नहीं
बीजेपी और आरएसएस अडानी को क्यों बचा रहे हैं। आखिर क्या बात है जो बीजेपी और आरएसएस को अडानी का बचाव करना पड़ रहा है। अडानी की डिफेंस इंडस्ट्री है। अडानी की शैल कंपनियां विदेश में हैं। इस पर इऩ्वेस्टिगेशन क्यों नहीं हो रही। जेपीसी क्यों नहीं हो रही। डिफेंस का मामला है देश की रक्षा का मामला है। पता तो लगाना चाहिए ये पैसा किसका है, ये शैल कंपनियां किसकी हैं। यह बहुत बड़ा सवाल है।
स्टेट बैंक के चेयरमैन और अडानी के साथ एक मेज पर मोदी क्यों
ऑस्ट्रेलिया में फोटो दिखती है। स्टेट बैंक के चेयरमैन बैठे हैं, नरेन्द्र मोदी बैठे हैं, चीफ मिनिस्टर बैठ हैं, अडानी बैठे हैं। स्टेट बैंक 1 बिलियन डॉलर का लोन दे रहा है। नरेन्द्र मोदी उस मेज पर क्यों बैठें हैं। क्या लेना देना है नरेन्द्र मोदी का स्टेट बैंक और अडानी के बीच में। ये सवाल है, मैं ने नरेन्द्र मोदी से पूछा। अडानी और मोदी एक हैं.. और देश का पूरा धन एक ही व्यक्ति के हाथ में जा रहा है।
राहुल गांधी ने ईस्ट इंडिया कंपनी का उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास रिपीट हो रहा है। ये देश के खिलाफ काम हो रहा है। गौतम अडानी की कंपनी देश को नुकसान पहुंचा रही है।