- 21/05/2024
मैं RSS का सदस्य था और हूं, फिर वहीं जाऊंगा.. रिटायर हो रहे हाईकोर्ट के जज ने बताया अपना प्लान
कलकत्ता हाईकोर्ट के एक जस्टिस ने रिटायर होते ही ऐसा ऐलान कर दिया कि वहां मौजूद लोग चौंक गए। जज ने कहा कि वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्थ थे, हैं और अब वापस संघ में काम करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर संघ उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है तो वो उसे पूरी ईमानदारी और निष्ठा से पूरी करेंगे। कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस चित्तरंजन दास सोमवार को अपने पद से रिटायर हुए। हाईकोर्ट में आयोजित विदाई समारोह में सभी न्यायाधीशों और बार मेंबर्स की मौजूदगी में उन्होंने ये बयान दिया है।
सदस्यता का इस्तेमाल करियर में उन्नति के लिए नहीं
जस्टिस दास ने कहा कि संगठन का मुझ पर बहुत एहसान है। मैं बचपन से लेकर जवान होने तक वहां रहा हूं। मैंने साहसी, ईमानदार होना और दूसरों के प्रति समान का नजरिया रखना तथा देशभक्ति की भावना और काम को लेकर प्रतिबद्धता के बारे में संघ से ही सीखा है। अपने काम की वजह से करीब 37 साल तक संगठन से दूरी बनाकर रखी। मैंने कभी भी संगठन की सदस्यता का इस्तेमाल अपने करियर में उन्नति के लिए नहीं किया क्योंकि यह इसके सिद्धांतों के खिलाफ है।
जस्टिस दास ने कहा कि उन्होंने सभी के साथ समान व्यवहार किया। चाहे वह कोई अमीर शख्स हो, चाहे वह कम्युनिस्ट हो, या भाजपा, कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस से हो। मैं किसी के लिए या किसी राजनीतिक दर्शन या तंत्र के लिए कोई पूर्वाग्रह नहीं रखता। चूंकि मैंने अपने जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया है, इसलिए मुझमें यह कहने का साहस है कि मैं संगठन से जुड़ा हूं क्योंकि यह भी गलत नहीं है।