• 25/09/2022

Ankita Murder Case: अंकिता के शव का पौड़ी गढ़वाल में हुआ अंतिम संस्कार, मामले में अबतक क्या हुआ यहां समझिए पूरी केस डायरी

Ankita Murder Case: अंकिता के शव का पौड़ी गढ़वाल में हुआ अंतिम संस्कार, मामले में अबतक क्या हुआ यहां समझिए पूरी केस डायरी

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उत्तराखंड में रिजॉर्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड का मामला इस समय पूरे देश में गरमाया हुआ है. का विषय बना हुआ है. इस कांड पर लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. उत्तराखंड से लेकर पूरे देशभर में इस मामले पर प्रदर्शन हो रहा है. गुस्साए लोग आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहे हैं. वहीं पीड़ित पिता मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग कर रहे हैं

वहीं हत्याकांड मामले में एक के बाद कई कार्रवाई हुई. फिलहाल सरकार और प्रशासन के काफी समझाइश के बाद आज 25 सितंबर को अंकिता भंडारी का पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर के NIT घाट पर अंतिम संस्कार किया गया.

मामले में अबतक की कार्रवाई में हत्याकांड से जुड़े तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. इसके अलावा मामले में वनंत्रा रिजॉर्ट पर भी कार्रवाई की गई थी. गिरफ्तार बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला दिया गया था.

बुलडोजर की कार्रवाई पर खड़े हो रहे सवाल

वहीं एक तरफ मामले में अब नया मोड़ आ गया. रिजॉर्ट पर प्रशासन के बुलडोजर कार्रवाई पर अंकिता के परिजनों ने सवाल खड़े किए हैं. परिजनों का आरोप है कि जहां से सबूत मिलने की गुंजाइश थी उस कमरे को तोड़ दिया गया. इसके अलावा ये भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि रिजॉर्ट में सबूत जलाने और मिटाने की में आग मंशा से आग लगाई गई.

अंकिता हत्याकांड मामले में अब तक क्या-क्या हुआ, इसे हम सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं.

  • 18 सितंबर को अंकिता रिसॉर्ट से लापता हुई.
  • 19 सितंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई गई.
  • राजस्व पुलिस ने 4 दिन मामले की जांच की.
  • 4 दिन बाद भी राजस्व पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा.
  • 22 सितंबर को मामला रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर हुआ. इसी दिन पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक पुलकित और उसके दोस्तों से पूछताछ की.
  • इसके बाद पुलिस ने रिसॉर्ट के आसपास लगे कैमरों को खंगाला.
  • 23 सितंबर को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिनमें पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ भास्कर शामिल थे.
  • रिसॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य का बेटा है.
  • आरोपी से पूछताछ के बाद एसडीआरएफ ने चीला शक्ति नहर में शव को ढूंढने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया.
  • 23 सितंबर को ही ग्रामीणों ने वंनत्रा रिजॉर्ट में तोड़फोड़ की और आरोपियों को पीटा.
  • पौड़ी डीएम ने मामले में पटवारी को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए.
  • 23 सितंबर को ही रिसॉर्ट पर सीएम पुष्कर धामी के आदेश पर बुलडोजर चला.
  • 24 सितंबर को भाजपा ने आरोपी पुलकित आर्य पिता और भाई को पार्टी से निकाल दिया.
  • 18 सितंबर से लापता अंकिता भंडारी का शव 24 सितंबर को ऋषिकेश के पास चीला शक्ति नहर में मिला.
  • जिसके बाद अंकिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए ऋषिकेश लाया गया.
  • तोड़फोड़शव मिलने के बाद आज सुबह भड़के लोगों ने पुलकित आर्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू किया.
  • पुलिस उपमहानिरीक्षक पी रेणुका देवी के नेतृत्व में SIT का गठन कर इस मामले की गहराई से त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए.
  • 25 सितंबर को अंकिता भंडारी के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर स्थित शवगृह से एनआईटी घाट ले जाया गया.
  •  पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर के NIT घाट पर अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार किया गया.

पिता ने की ये मांग

वहीं पूरे मामले में अंकिता भंडारी के पिता पहले बेटी का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े रहे. उन्होंने मांग की थी कि पहले पूरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सार्वजनिक हो. मृतिका के पिता ने मांग करते हुए कहा कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए.

अंकिता 22 दिन ही कर पाई रिजॉर्ट में नौकरी

बता दें कि अंकिता रिजॉर्ट 22 दिन ही नौकरी कर पाई थी. अंकिता को पहला वेतन भी नहीं मिला था कि आरोपियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया. बताया जाता है कि अंकिता की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं थी. जिसके चलते वह दूसरी जॉब भी तलाश रही थी. लेकिन दरिंदो ने पहले ही उसे मार डाला.

मीडिया रिपोर्ट्स कि मानें तो अंकिता रिसॉर्ट से 11 सितंबर को ही नौकरी छोड़ना चाहती थी. बताया जाता रहा है कि 14 दिन में ही वह काम करने परेशान हो गई थी. 10 सितंबर को अंकिता ने अपने कई परिचितों से जॉब के लिए बात की थी. लेकिन उसे क्या पता था कि इतनी जल्दी ये सब हो जाएगा.

क्या है पूरा मामला

बता दें कि अंकिता भंडारी उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर के एक प्राइवेट रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट थी. रिजॉर्ट राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त बीजेप बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य का था. पुलकित ही रिजॉर्ट का मालिक है. पुलकित आर्य ने अंकिता पर अपने भाई अंकित आर्य को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव बनाया था. जिससे अंकिता कई दिनों से परेशान थी. इस संबंध में उसे पैसे का भी लालच दिया गया. इस बात की जानकारी व्हाट्सप्प पर अपने एक दोस्त से भी साझा की थी. इसी बात को लेकर अंकिता और पुलकित की हाथापाई भी हुई और जिसके बाद पुलकित ने अंकिता को नहर से धक्का दे दिया. गौरतलब है कि अंकिता भंडारी 18 सितंबर से लापता थी. पुलिस और SDRF की टीम चीला शक्ति नहर में सर्च अभियान चला रही थी. सर्च ऑपरेशन के दौरान शनिवार की सुबह पुलिस को अंकिता का शव चिल्ला पावर हाउस से बरामद हुआ.

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