• 29/11/2022

CGST की बड़ी कार्रवाई : कई फर्मों के लिए बनाए थे 114.70 करोड़ की फर्जी ITC, दो कारोबारी गिरफ्तार

CGST की बड़ी कार्रवाई : कई फर्मों के लिए बनाए थे 114.70 करोड़ की फर्जी ITC, दो कारोबारी गिरफ्तार

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CGST की टीम ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 114 करोड़ 70 लाख रुपए की इनपुट टैक्स क्रेडिट-ITC चोरी का प्रयास को विफल कर दिया है। मामले में CGST की टीम ने दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय ने 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया है।

CGST के प्रधान आयुक्त अतुल गुप्ता ने बताया कि एक खुफिया जानकारी मिली थी कि रायपुर में टोपिस्टो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड बिना किसी माल अथवा सेवाओं की आपूर्ति किए बिना बिना बड़े पैमाने पर फर्जी बिल बनाने और नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करने में लिप्त है। जिसके बाद CGST और केंद्रीय उत्पाद शुल्क रायपुर के अधिकारियों ने टोपिस्टो प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा।

जांच में पता चला कि उक्त कंपनी के निदेशक मोहम्मद तबरेज अमदानी नसीम बानो अब्दुल रऊफ और उक्त कंपनी के सलाहकार और लेखाकार आशीष कुमार तिवारी मिलकर फर्जी फर्मों का समूह बनाने में शामिल हैं।

इन फर्जी फर्मों के समूह के जरिए तबरेज और तिवारी ने 114.70 करोड़ रुपये का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाया और किसी भी प्रकार के माल और सेवाओं की आपूर्ति किए बिना ही 1.92 करोड़ रुपये का नकली क्रेडिट कई फर्मों को पारित किया।

इसके साथ ही दोनों आऱोपियों ने 112.78 करोड़ रुपये के फर्जी आईटीसी और पारित करने की योजना बना रहे थे। लेकिन CGST रायपुर की टीम का छापा पड़ने से वे ऐसा करने में विफल रहे।

मामले में CGST की टीम ने सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69(1) के तहत दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत के सामने पेश किया। जहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड मंजूर किया है।

इससे पहले सीजीएसटी रायपुर ने कर चोरी करने वालों के खिलाफ और विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई की है। इन गिरफ्तारियों के साथ जीएसटी लागू होने के बाद से सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय द्वारा गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।

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